मधुबनी:- मधुबनी जिले के जयनगर में एक और साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें रिटायर शिक्षिका अमृता प्रसाद सिंह से 8 लाख 20 हजार रुपये की ठगी की गई है. साइबर ठगों ने एक नया और अनोखा तरीका अपनाते हुए शिक्षिका के बैंक खाते से यह राशि उड़ाई है. साइबर ठगों ने पहले रिटायमेंट के बाद पेंशन फॉर्म वेरिफिकेशन के बहाने अमृता प्रसाद सिंह को फोन किया. फोन पर उनसे कहा गया कि पेंशन से संबंधित जानकारी देने और ट्रेजरी फॉर्म भरने के लिए उनके फोन का अकाउंट अपडेट करना होगा. जब अमृता सिंह को यह प्रक्रिया अपने आप करने में कठिनाई हुई, तो ठगों ने उनसे फोन का स्क्रीन शेयर करने को कहा. इस प्रक्रिया के दौरान ठगों ने उनके बैंक खाते की सारी जानकारी हासिल कर ली और धीरे-धीरे 8 लाख 20 हजार रुपये निकाल लिए.
ऐसी महिला हुई ठगी का शिकार
शिकायतकर्ता अमृता प्रसाद सिंह, जो एक रिटायर शिक्षिका हैं, उनके पति सुरेश प्रसाद सिंह ने लोकल 18 को बताया कि एक दिन उनके पास एक फोन आया, जिसमें खुद को शैक्षणिक संस्था के पेंशन वेरिफिकेशन विभाग का अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने संपर्क किया. उस व्यक्ति ने कहा कि उनका पेंशन फॉर्म भरने और अन्य कागजात को वेरिफाई करने के लिए जरूरी जानकारी चाहिए. अमृता ने बताया कि फोन करने वाले ने उन्हें बताया कि पेंशन फॉर्म की प्रक्रिया पूरी करने के लिए उनका खाता अपडेट करना आवश्यक है. इसके बाद ठग ने उनसे स्क्रीन शेयर करने का अनुरोध किया और कहा कि इससे वह पेंशन संबंधित जानकारी सही तरीके से प्राप्त कर सकेंगे.
खाते से इतने लाख की निकासी
जब शिक्षिका ने स्क्रीन शेयर करना शुरू किया, तो ठगों ने उनके खाते से 8 लाख 20 हजार रुपए की निकासी कर ली. इसके अलावा, ठगों ने उनके बैंक खाते में पंजीकृत फोन नंबर भी बदल दिए और एटीएम का पिन भी बदल दिया, ताकि वह कोई संदिग्ध गतिविधि का पता न लगा सकें. अमृता प्रसाद सिंह को जब यह शक हुआ कि कुछ गलत हो रहा है, तो उन्होंने अपने बैंक खाते का स्टेटमेंट चेक किया. इसके बाद उन्होंने देखा कि उनके खाते से भारी रकम की निकासी हो चुकी थी. इस घटनाक्रम के बाद उन्होंने साइबर पुलिस स्टेशन मधुबनी में शिकायत दर्ज करवाई और इसकी जांच की मांग की.
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धोखाधड़ी के लिए अब नए-नए तरीके अपना रहे ठग
शिक्षिका ने बताया कि उन्हें इस धोखाधड़ी का अंदाजा तब हुआ, जब ठगों ने व्हाट्सएप पर पेंशन फॉर्म भेजने के साथ-साथ कुछ अन्य दस्तावेजों की भी मांग की. इसके बाद जब उन्होंने स्थिति को गंभीरता से लिया, तो उन्हें इस साइबर ठगी का पता चला. इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि साइबर ठग अपनी धोखाधड़ी के लिए अब नए-नए तरीके अपना रहे हैं. ऐसे में आम नागरिकों को सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक है, ताकि वे इन साइबर अपराधियों के जाल में न फसें. साइबर पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
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FIRST PUBLISHED : December 7, 2024, 11:47 IST