Sunday, February 23, 2025
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आपको भी फोन पर मिलता है शादी का इंविटेशन, तो हो जाएं सतर्क, एक क्लिक कर देगा सत्यानाश


शिमला. इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है और अधिकतर शादी के इन्विटेशन कार्ड व्हाट्सएप के माध्यम से भेजे जा रहे हैं, क्योंकि यह काम को आसान करता है और कार्ड बनवाने पर होने वाले खर्च को भी बचाता है. वहीं, दूसरी ओर साइबर ठगों ने शादी के इन्विटेशन कार्ड के जरिए लोगों को ठगने का नया तरीका ढूंढ निकाला है. शादी का एक गलत इन्विटेशन फोन का पूरा डेटा उड़ा सकता है. अज्ञात नंबर से एक मैसेज आता है और उसमें वेडिंग इन्विटेशन लिखा होता है. इन्विटेशन के फोन में डाउनलोड होते ही, फोन का सारा डेटा साइबर ठगों के पास पहुंच जाएगा. इस फ्रॉड को लेकर हिमाचल प्रदेश पुलिस ने अलर्ट भी जारी किया है.

APK फाइल के माध्यम से हैक किए जा रहे फोन
साइबर फ्रॉड वेडिंग इन्विटेशन के नाम से एक APK फाइल व्हाट्सएप पर भेजते हैं. इसे डाउनलोड करते ही मोबाइल में एक एप्लीकेशन डाउनलोड हो जाती है, जिससे फोन हैक हो जाता है. इससे साइबर ठग आपके फोन के जरिए किसी भी व्यक्ति को आपकी जानकारी के बिना मैसेज भेज सकते है और पैसों की मांग भी कर सकते है. इसलिए, किसी अज्ञात नंबर से आने वाले मैसेज से बचना चाहिए. विशेष कर अज्ञात नंबरों से आई किसी भी प्रकार की फाइल को डाउनलोड नहीं करना चाहिए.

हिमाचल प्रदेश साइबर पुलिस के अनुसार व्हाट्सएप पर आने वाली किसी भी फाइल को डाउनलोड करने से पहले चेक करना चाहिए. यदि APK फाइल है, तो उसे डाउनलोड नहीं करना चाहिए. इसके अलावा पहचान के नंबर से आने वाली अन्य फाइलों को भी ठीक से वेरिफाई करने के बाद ही डाउनलोड करना चाहिए.

कैसे करें साइबर ठगी की शिकायत
हिमाचल प्रदेश स्टेट सीआईडी और साइबर क्राइम विभाग के DIG मोहित चावला ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार होता है, तो वह 1930 पर संपर्क कर सकता है या cybercrime.gov.in पर भी ऑनलाइन माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकता है. इन दिनों साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहे हैं. साइबर ठग लोगों को नए नए तरीकों से फसाने की कोशिश कर रहे हैं.

हालांकि, साइबर क्राइम के प्रति जागरूकता के माध्यम से इससे बचा जा सकता है. इसके अलावा इन दिनों एक लोन स्कैम भी देखा जा रहा है, जिसमें लोगों को फर्जी लोन ऑफर किए जाते हैं. झूठे वादों में फंसा कर लोगों का संवेदनशील डाटा चुरा लिया जाता है. यह शातिर व्यक्ति का फाइनेंशियल डाटा भी चुरा लेते हैं. फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट या वेबसाइट के माध्यम से भी पैसे ऐंठने की कोशिश की जाती है.

Tags: Himachal news, Latest hindi news, Local18, Shimla News



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