एआई और मशीन लर्निंग के आने से आईटी सेक्टर में एक बड़ी क्रांति आ चुकी है। अब गूगल जेमीनाई, चैट-जीपीटी जैसे टूल्स आ गए हैं और एआई का इस्तेमाल कर हमें विभिन्न कंटेंट मिलने लगे। परंतु एआई में रोज जटिलता बढ़ती जा रही है और ऐसी स्थिति में मशीन कैसे समझे कि हमें कैसा कंटेंट चाहिए। यहीं से प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग का काम शुरू होता है। एक प्रॉम्प्ट इंजीनियर वह विशेषज्ञ होता है, जो मशीन को वह प्रॉम्प्ट (निर्देश) देता है, जो मशीन समझ सके और हमें हमारे लायक उपयुक्त कंटेंट मिल सके। एआई के क्षेत्र में प्रॉॅम्प्ट इंजीनियरिंग की जबरदस्त डिमांड है, क्योंकि एक एक्सपर्ट प्रॉॅम्प्ट इंजीनियर न केवल कम समय में उपयुक्त कंटेंट की खोज कर लेता है, बल्कि वह कंपनी के लोगों का समय बचाकर उनकी कार्य क्षमता बढ़ाता है। अत मेरा सुझाव है कि आप बीसीए के अंतिम वर्ष में प्रॉॅम्प्ट इंजीनियरिंग का कोर्स अवश्य कर लें। कई ऑनलाइन प्लेटफार्म कम खर्च में प्रॉॅम्प्ट इंजीनियरिंग का शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेट कोर्स कराते हैं, जिसकी जानकारी आपको गूगल सर्च के माध्यम से मिल जाएगी। चूंकि आगे आप आईटी सेक्टर में अपना करियर बनाएंगी, अत linkedin पर अपना एक अकाउंट बना लें और कोर्स करने के बाद वहां से जॉब अवसर तलाश लें। आपको जानकारी हो कि गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक, अमेजन, टीसीएस, विप्रो और अडोब जैसी कंपनियों ने एआई और मशीन लर्निंग में बहुत बड़ा निवेश किया है और आने वाले कई वर्षों तक इन जैसी कंपनियों को प्रॉॅम्प्ट इंजीनियरों की जरूरत पड़ती रहेगी।
● मैंने इस वर्ष नीट की परीक्षा दी थी, लेकिन सफलता नहीं मिली। क्या मुझे अगले वर्ष फिर नीट की परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए? -संजय सिंह
आपको बैठकर इसका आकलन करना चाहिए कि जिस अंतिम स्कोर पर छात्र का चयन नीट के अंतर्गत किसी सरकारी मेडिकल कॉलेज में हुआ, उससे आप कितनी दूर हैं। उदाहरण के तौर पर, यदि सरकारी कॉलेज का आवंटन 620 पर हुआ है और आपका स्कोर 500 से अधिक है, तो अगले वर्ष फिर से बैठने की तैयारी कर सकते हैं। यदि आपका स्कोर 200-300 के आसपास है और बायो में पकड़ औसत है, तो किसी और क्षेत्र में जाना सही रहेगा। यदि आपको अगले वर्ष के लिए तैयारी करनी है, तो इस वर्ष किसी ग्रेजुएशन कोर्स में दाखिला अवश्य लें। इससे आप गैप ईयर से बचेंगे।