Friday, June 27, 2025
Google search engine
Homeजुर्मक‍िसी और की थी... पर ड‍िलीवरी कैंसल पर बदल गया मौत का...

क‍िसी और की थी… पर ड‍िलीवरी कैंसल पर बदल गया मौत का ठ‍िकाना, केक कैसे बना काल, ह‍िला डालेगी ये कहानी


बेंगलुरु. ये कहावत तो आपने कई बार सुनी होगी क‍ि दाने-दाने पर ल‍िखा है खाने वाले का नाम… पर बेंगलुरु में ये कहावत एक पर‍िवार के ल‍िए काल बन गई. असल में यह कहानी बेंगलुरु के एक पर‍िवार की है जो दोपहर तक तो हंसता खेलता था लेक‍िन उसे नहीं पता था क‍ि ये हंसी अब दुख में बदलने वाली है. इस पर‍िवार में पत‍ि-पत्‍नी तो अस्‍पताल में ज‍िंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं लेक‍िन इनका 5 साल का बेट अब इस दुन‍िया में नहीं रहा.

बताया जा रहा है क‍ि बेंगलुरु के केपी अग्रहार स्थित भुवनेश्वर नगर में फूड प्वॉइजनिंग से 5 साल के धीरज की मौत हो गई. वहीं बच्‍चे के पिता बलराज और मां नागलक्ष्मी की हालत गंभीर बनी हुई है. बलराज ड‍िलीवरी बॉय का काम करता है. वह मेहनत करके अपने पर‍िवार को ध्‍यान रखता. रोजाना की तरह 6 अक्‍टूबर को भी बलराज काम पर न‍िकला और फूड आइटम क‍ि ड‍िलीवरी कर रहा था. उसे शाम के समय एक केक का ऑर्डर म‍िला. दुकान से ऑर्डर म‍िलने के बाद वह जैसे ही ड‍िलीवरी के ल‍िए जा रहा था तो ऑर्डर कैंसल हो गया.

केक खाने के बाद ब‍िगड़ी तबीयत
बलराज ने उस केक को दुकान में वापस करने की जगह अपने साथ लेकर न‍िकल गया. केक को जैसे ही बलराज घर लेकर पहुंचा तो 5 साल का बेटा धीरज उसे खाने लगा. पत‍ि और पत्‍नी ने भी केक खाया लेक‍िन उसको खाते ही तीनों की तबीयत ब‍िगड़ने लगी. जब तक तीनों को अस्‍पताल लाया गया तो 5 साल का धीरज दम तोड़ चुका था. वहीं दंपति की हालत भी नाजुक बनी हुई है. दोनों का आईसीयू में इलाज चल रहा है, इसलिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराने या यह बताने वाला कोई नहीं है कि घटना कैसे हुई. दोनों के होश में आने के बाद घटना का खुलासा होने की संभावना है.

5 साल के बच्‍चे की मौत
इस मामले में अस्‍पताल के डॉक्‍टर ने बताया क‍ि यह फूड प्वॉइजनिंग के कारण हुआ है और 5 साल के बच्चे की अस्पताल आने से पहले यानी खाना खाने के बाद अचानक मौत हो गई थी. इस मामले में बच्‍चे का अल्ट्रासाउंड स्कैन कराया गया ताक‍ि रिपोर्ट में बच्चे की मौत का सही कारण पता चल सके. डॉक्‍टर का कहना है क‍ि रिपोर्ट देखने के बाद हम आपको इसकी वजह बताएंगे. फिलहाल प्रारंभिक रिपोर्ट में पता चला है कि यह फूड प्‍वॉइजन‍िंग का मामला है. उन्होंने बताया कि मृत बच्चे के माता-पिता का इलाज कराया जा रहा है.

बलराज और नागलक्ष्मी के दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी. घर में कुल चार लोग रहते थे. एक बच्ची को उसकी दादी के घर भेज दिया गया. रविवार रात उन तीनों ने भी खाना खाया और बलराज द्वारा लाया गया केक खाया. हादसा सुबह तड़के हुआ, फिलहाल पुलिस मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.

Tags: Bengaluru News, Crime News



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments