मिडिल ईस्ट में चल रही उथल-पुथल के बीच आज तड़के लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने इजरायल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हिजबुल्लाह ने इजरायल पर 300 से ज्यादा रॉकेट और ड्रोन दागे। इस हमले को हिजबुल्लाह ने अपने कमांडर फुआद शुकर की हत्या के इंतकाम का अभी पहला चरण करार दिया। इसका मतलब है कि हिजबुल्लाह भविष्य में इजरायल पर हमले तेज कर सकता है।
दरअसल 30 जुलाई को फुआद शुकर को इजरायली हवाई हमले में निशाना बनाया गया था, जिसके बाद उसके गंभीर हालत की सूचना मिली थी। बाद में शुकर की मौत की पुष्टि इजरायली मीडिया ने की। शुकर की हत्या के बाद हिजबुल्लाह ने आज जोरदार प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल पर 300 से अधिक रॉकेट और ड्रोन दागे, जिससे मिडिल ईस्ट में तनाव और बढ़ गया। ऐसे में जानते हैं कि आखिर फुआद शुकर कौन था, जिसकी की मौत का बदला लेने के लिए हिजबुल्ला इंतकाम की आग में जल रहा है।
फुआद शुकर कौन था?
लेबनान का कमांडर फुआद शुकर को अल-हज्ज मोहसिन के नाम से भी जाना जाता था। वह हिजबुल्लाह के शीर्ष नेताओं में से एक था। 1982 में लेबनान पर इजरायली आक्रमण के दौरान हिजबुल्लाह की स्थापना में शुकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही। शुकर ने ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के साथ मिलकर हिजबुल्लाह को एक मजबूत संगठन में तब्दील किया। शुकर, इमाद मुगनिया के करीबी सहयोगी था जो हिजबुल्लाह के पूर्व सैन्य कमांडर रह चुका है जिसकी 2008 में दमिश्क में एक हमले में मौत हो गई थी। मुगनिया की मौत के बाद शुकर का संगठन में कद और बढ़ गया।
241 अमेरिकी सैनिकों की मौत का था जिम्मेदार?
फुआद शुकर पर 1983 में बेरूत में अमेरिकी मरीन बैरकों पर बमबारी करने का आरोप था, जिसमें 241 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे। यह हमला मध्य पूर्व में अमेरिकी बलों पर सबसे घातक हमलों में से एक माना जाता है। अमेरिकी सरकार ने शुकर की जानकारी देने वाले को 5 मिलियन डॉलर तक के इनाम की घोषणा कर रखी थी।
शुकर हिजबुल्लाह की दक्षिणी लेबनान में सैन्य गतिविधियों के प्रमुख था और संगठन की सर्वोच्च सैन्य यूनिट जिहाद काउंसिल का सदस्य भी था। उनसे सीरियाई गृहयुद्ध के दौरान राष्ट्रपति बशर अल-असद को समर्थन देने में हिजबुल्लाह की सैन्य कार्रवाई में अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा शुकर हिजबुल्लाह के नेता सैयद हसन नसरल्लाह का विशेष सलाहकार था।