हमास के हथियारबंद अल-कस्साम ब्रिगेड ने लंबे अंतराल के बाद पहली बार मंगलवार को इजरायल के वाणिज्यिक शहर तेल अवीव और उसके उपनगरीय इलाकों पर दो “M90” रॉकेटों से ताबड़तोड़ हमला बोला है। इस हमले के बाद तेल अवीव में धमाके सुने गए हैं। हालांकि, इजरायली मीडिया ने किसी के भी हताहत होने की कोई सूचना अब तक नहीं दी है। बता दें कि दिसंबर में अल कस्साम ब्रिगेड ने एम-90 रॉकेट्स का प्रदर्शन किया था और दावा किया था कि इससे तेल अवीव को खाक कर दिया जाएगा।
क्या है M-90 रॉकेट
यह एक तरह का मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर है, जिससे एक बार में एकसाथ आठ रॉकेट लॉन्च किए जा सकते हैं। इसकी मारक क्षमता 90 किलोमीटर तक है। यह हल्के किस्म का रॉकेट लॉन्चर है। इसे गाजा पट्टी के मध्य क्षेत्र में कहीं से या दक्षिणी क्षेत्र के खान यूनुस से भी लॉन्च कर आसानी से तेल अवीव को निशाना बनाया जा सकता है। इसे एंटी टैंक रॉकेट के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता रहा है।
हमास ने ये हमले तब किए हैं, जब एक तरफ इजरायल के हवाई हमलों में गाजा में कम से कम 19 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि दूसरी तरफ मध्यस्थों ने सप्ताह के अंत में संघर्ष विराम वार्ता फिर से शुरू करने का लक्ष्य रखा था। इजरायली सेना ने कहा कि गाजा से दो रॉकेट दागे गए थे, जिनमें से एक समुद्र में गिर गया और दूसरा इजरायली क्षेत्र तक नहीं पहुंचा।
उधर, हमास की सैन्य शाखा ने एक बयान में कहा, “अपने नागरिकों के खिलाफ यहूदी नरसंहार और हमारे लोगों को जानबूझकर विस्थापित करने के जवाब में हमने दो ‘एम90’ रॉकेट से मिसाइल दाग कर तेल अवीव शहर और उसके उपनगरों पर बमबारी की है।” इससे पहले हमास ने आखिरी बार मई में तेल अवीव पर रॉकेट दागने का दावा किया था।