Thursday, June 26, 2025
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जैसलमेर में पर्यटकों की धूम, देश- विदेश से पहुंच रहे लाखों सैलानी, तनोट माता के मंदिर में टेक रहे मत्था


हाइलाइट्स

जैसलमेर में बढ़ी पर्यटकों की आवाजाही
देश- विदेश को लाखों सैलानी आ रहे घूमने
भारत- पाक सीमा पर बने तनोट मंदिर में टेक रहे मत्था

सांवलदान रतनू.

जैसलमेर. गोल्डन सिटी जैसलमेर में इन दिनों पर्यटकों की धूम मची हुई है. हर साल की तरह इस सीजन में भी लाखों देशी- विदेशी सैलानी जैसलमेर पहुंच रहे हैं. ऐसे में जिले के ऐतिहासिक स्थलों के साथ ही थार के रेगिस्तान सैलानियों की पसंदीदा जगह बनी हुई है. इसके अलावा पर्यटक भक्ति के रंग में भी नजर आए. जैसलमेर शहर से 120 किलोमीटर दूर भारत- पाक सीमा पर स्थित थार की वैष्णों देवी, रुमाल वाली देवी, सैनिकों की देवी के नाम से विख्यात 1965 व 1971 के भारत- पाक युद्ध की साक्षी तनोट माता के मंदिर के दर्शन करने हजारों पर्यटक पहुंच रहे हैं.

तनोट पुलिस थाना के एसएचओ खुशालचंद ने बताया कि 1971 के भारत- पाक युद्ध में पाकिस्तानी सेना ने करीब 3500 बम गिराए थे. लेकिन उनमें से एक भी बम नहीं फटा था. इसे माता का चमत्कार माना जाता है और उन बमों को प्रदर्शनी के रूप में मंदिर परिसर में रखा गया है. मंदिर की देखभाल, साफ- सफाई से लेकर आरती, पूजा, और भंडारे का पूरा जिम्मा बीएसएफ संभालती है. यहां पर आने वाले पर्यटकों को बीएसएफ के जवान पंगत में बिठाकर भोजन कराते हैं.

रुमाल बांधकर मन्नत मांग रहे सैलानी
जैसलमेर में पर्यटकों की संख्या बढ़ने के साथ ही तनोट माता मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ गई है. यहां आने वाले पर्यटक माता के दर्शनों के लिए घंटों लाइन में नजर आ रहे हैं. यहां पर ऐसी मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से मंदिर परिसर में रुमाल बांधकर मनोकामना करता है तो उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है. यहां आने वाले सैलानी बड़ी संख्या में रुमाल बांधकर मन्नत मांग रहे हैं.

राजा तनुजी राव ने कराया था मंदिर का निर्माण
तनोट माता मंदिर का निर्माण 828 विक्रमी संवत में राजा तणुराव (तनुजी राव ) ने करवाया था. उस समय जैसलमेर की राजधानी तनोट हुआ करती थी और कालांतर में यहां के राजा भाटी राजपूत अपनी राजधानी तनोट से लोद्रवा और उसके बाद जैसलमेर ले गए, लेकिन मंदिर वहीं रहा. पहले यहां पर स्थानीय लोगों के अलावा मंदिर के प्रति श्रद्धा रखने वाले लोग ही आते थे. वहीं अब लोगोंवाला- तनोट- बबलियान सर्किट बनने के कारण तनोट टूरिस्ट पॉइंट बन गया है और अब यहां पर हर साल लाखों सैलानी पहुंच रहे हैं.

Tags: Jaisalmer news, Rajasthan news, Tourist places in rajasthan



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