Tuesday, June 24, 2025
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टेक्सास में भीषण सड़क हादसा, SUV में आग लगने से अंदर फंसे 4 भारतीयों की जलकर मौत; DNA टेस्ट से होगी शिनाख्त


अमेरिका के टेक्सास में भीषण हादसा हो गया। जिसमें एक महिला समेत चार भारतीयों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि सभी लोग कारपूलिंग ऐप के ज़रिए जुड़े थे और हादसे में पांच वाहन शामिल थे। जब यह हादसा हुआ, तब वे अर्कांसस के बेंटनविले जा रहे थे। हादसा ट्रक के एसयूवी को टक्कर लगने से बताया जा रहा है। सभी सवार एसयूवी में सवार थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शवों की शिनाख्त करना बहुत मुश्किल है और डीएनए टेस्ट के जरिए ही उनकी पहचान हो सकती है।

बीते शुक्रवार को हुए हादसे में मारे गए लोगों की पहचान आर्यन रघुनाथ ओरमपति, फारूक शेख, लोकेश पलाचारला और दर्शिनी वासुदेवन के रूप में हुई है। ओरमपति और उनके दोस्त शेख डलास में अपने चचेरे भाई से मिलने के बाद लौट रहे थे। लोकेश अपनी पत्नी से मिलने के लिए बेंटनविले जा रहे थे और यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से मास्टरी की पढ़ाई कर रहीं दर्शिनी वासुदेवन बेंटनविले में अपने चाचा से मिलने जा रही थीं। वे सभी एक कारपूलिंग ऐप के ज़रिए जुड़े थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इससे उनकी पहचान में मदद मिलेगी।

चारों भारतीय कहां से थे?

आर्यन के पिता सुभाष चंद्र रेड्डी हैदराबाद स्थित मैक्स एग्री जेनेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड नामक फर्म के मालिक हैं। आर्यन ने कोयंबटूर के अमृता विश्व विद्यापीठम से इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की है। आर्यन के एक रिश्तेदार ने बताया, “उसके माता-पिता मई में टेक्सास विश्वविद्यालय में उसके दीक्षांत समारोह के लिए अमेरिका में थे। दीक्षांत समारोह के बाद उन्होंने उसे भारत लौटने के लिए कहा था लेकिन उसने कहा कि वह दो और साल अमेरिका में काम करना चाहता है। किस्मत को शायद यही मंजूर था।”

आर्यन का दोस्त शेख भी हैदराबाद से था और बेंटनविले में रहता था। तमिलनाडु की दर्शिनी टेक्सास के फ्रिस्को में रहती थी। वहीं, फारूक शेख के पिता मस्तान वली ने बताया कि वे तीन साल पहले अमेरिका गए थे। “वह अपनी एमएस की डिग्री पूरी करने के लिए अमेरिका गया था।”

हादसा कैसे हुआ

रिपोर्ट के अनुसार, तेज रफ्तार ट्रक ने उस एसयूवी को पीछे से टक्कर मार दी जिसमें पांचों सवार थे। कार में आग लग गई और सभी लोग जलकर मर गए। अधिकारी अब शवों की पहचान के लिए डीएनए फिंगरप्रिंटिंग और दांतों और हड्डियों के अवशेषों पर निर्भरता जताई है। एक स्थानीय अधिकारी ने कहा, “शवों की पहचान के लिए नमूनों का मिलान माता-पिता से किया जाएगा।” उधर, अमेरिका में लंबी छुट्टी के कारण पहचान प्रक्रिया में देरी हो रही है, जिससे पीड़ित परिवारों की मुश्किल में हैं। दर्शिनी वासुदेवन के माता-पिता ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मदद की अपील की है।



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