एमआईटी समेत पूरे देश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में अब एमटेक की डिग्री एक जैसी मिलेगी। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्राचार्यों और इंजीनियरिंग विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को इस संबंध में निर्देश जारी किया है। एमटेक की डिग्री को लेकर यह बदलाव इसी सत्र से लागू होगा। अब एमटेक की डिग्री पर छात्र का ब्रांच और विशेषज्ञता के विषय का भी जिक्र होगा। एआईसीटीई ने कहा है कि नई शिक्षा नीति के तहत एमटेक की डिग्री में एकरूपता लाई जा रही है।
बिहार में दस कॉलेजों में एमटेक की पढ़ाई होती है। इनमें एमआईटी के अलावा भागलपुर, नालंदा, दरभंगा, वैशाली, कटिहार, गया, बेतिया, सुपौल और अररिया इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल हैं। एमआईटी में इस बार सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल ब्रांच में छह विषयों में छात्र एमटेक कर सकेंगे।
अब इस तरह से मिलेगी एमटेक की डिग्री एमटेक की डिग्री पर पहले ब्रांच का नाम लिखा रहेगा। उसके आगे एक कोष्ठक में विशेषज्ञता वाले विषय का नाम लिखा होगा।
मसलन, विद्यार्थी ने सिविल में एमटेक किया है और उसकी विशेषज्ञता ट्रांसपोर्टेशन में है तो डिग्री पर पहले एमटेक सिविल ब्रांच और इसके आगे ट्रांसपोर्टेशन लिखा होगा। एआईसीटीई के अनुसार एमटेक के नए सर्टिफिकेट फॉर्मेट से छात्रों की विशेषज्ञता जाहिर होगी। किसी भी इंटरव्यू में उन्हें बताना नहीं पड़ेगा कि उन्होंने किस विषय में विशेषज्ञता हासिल की है। सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को इस निर्देश का पालन कर इसकी रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया है।