इजरायल के उत्तरी सीमा पर ईरान के आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह से बेंजामिन नेतन्याहू की सेना लोहा ले रही है। दोनों के बीच जारी संघर्ष में एक और बड़ा मोड़ आ गया है। इसरायल द्वारा किए गए एक हवाई हमले में हिज्बुल्लाह के एक प्रमुख रॉकेट डिवीजन कमांडर इब्राहीम कुबैसी की मौत हो गई है। लेबनान के सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, इस हमले में कुल छह लोगों की जान गई, जिसमें इब्राहीम कुबैसी भी शामिल था। यह हमला बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में हुआ, जहां हिज्बुल्लाह का प्रभाव अधिक है।
इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने मंगलवार को लेबनान में शिया समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले हिज्बुल्लाह के कई ठिकानों पर लक्ष्य साधकर हमले शुरू करने की घोषणा की। इस बारे में बताते हुए आईडीएफ ने टेलीग्राम पर लिखा, “आईडीएफ वर्तमान में लेबनान में हिज्बुल्लाह आतंकवादी संगठन से संबंधित आतंकी ठिकानों पर हमला कर रहा है।”
वहीं लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इसरायल के हवाई हमलों में अब तक 558 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 50 बच्चे और 94 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा 1,835 से अधिक लोग घायल हुए हैं और हजारों लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में पलायन कर चुके हैं। इस तनातनी के बीच स्थानीय लोगों पर आफत आई हुई है।
बेरूत के निवासी हसन उमर ने कहा, “जब तक हमारे पड़ोस में इसरायल जैसा देश है, तब तक हम सुरक्षित नहीं सो सकते।” वहीं, दक्षिणी लेबनान के टैक्सी चालक अफीफ इब्राहीम ने इसरायल के खिलाफ अपनी नाराजगी जताते हुए कहा, “वे हमें झुकाना चाहते हैं, लेकिन हम केवल ईश्वर के सामने झुकते हैं, किसी और के आगे नहीं।”
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क और व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने संघर्ष को कम करने के लिए कूटनीतिक उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया है। सुलिवन ने उम्मीद जताई कि इसरायल और लेबनान के बीच सीमा पर तनाव को कूटनीति के जरिए हल किया जा सकता है। हालांकि, हिज्बुल्लाह ने अपने रॉकेट हमलों को जारी रखा है और मंगलवार को इसरायल के एक सैन्य ठिकाने पर नए ‘फादी 3’ रॉकेट का इस्तेमाल किया। दूसरी ओर, इसरायल की सैन्य नेतृत्व ने भी हिज्बुल्लाह पर अपने हमलों को तेज करने की बात कही है।