Saturday, February 22, 2025
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न सगे-संबंधी, न रिश्तेदार…बस पैसे की खातिर दिला रहे थे लोगों को जमानत, पुलिस को पता चला तो रह गई सन्न


Agency:Local18

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Pune fake guarantor racket: गंभीर अपराधों में शामिल आरोपियों को जमानत दिलाने के लिए नकली जमानतदारों का रैकेट पुणे पुलिस ने उजागर किया है. इस मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है.

बस पैसे की खातिर दिला रहे थे लोगों को जमानत, पुलिस को पता चला तो रह गई सन्न

नकली जमानतदारों के रैकेट का भंडाफोड़.

हाइलाइट्स

  • पुणे पुलिस ने नकली जमानतदार रैकेट का पर्दाफाश किया.
  • 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
  • फर्जी दस्तावेजों से आरोपियों को जमानत दिलाई जाती थी.

पुणे: गंभीर अपराधों में शामिल आरोपियों को जमानत दिलाने के लिए नकली जमानतदारों (Fake guarantors) का रैकेट पुणे पुलिस ने उजागर किया है. वानवडी पुलिस स्टेशन की जांच टीम ने इस मामले में अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अपराधियों को जमानत दिलाने के लिए कुछ वकीलों की मदद से नकली जमानतदार तैयार किए जा रहे थे. ये नकली जमानतदार आरोपियों के रिश्तेदारों से आर्थिक लेन-देन कर, फर्जी आधार कार्ड, राशन कार्ड और 7/12 दस्तावेज तैयार कर रहे थे.

पुलिस ने चालाकी से आरोपियों को फंसाया
इस पूरे मामले को लेकर जानकारी देते हुए पुणे के पुलिस उपायुक्त (Deputy Commissioner of Police) राजकुमार शिंदे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नकली दस्तावेजों को अदालत में पेश कर आरोपियों को जमानत दिलाई जा रही थी. 4 जनवरी 2025 को लष्कर कोर्ट परिसर में जाल बिछाया गया. इसी दौरान यह पूरा मामला सामने आया. आरोपियों से 95 संदिग्ध राशन कार्ड, 11 संदिग्ध आधार कार्ड और अन्य नकली दस्तावेज, मोबाइल हैंडसेट और डियो मोपेड सहित कुल 79,020 रुपये का सामान जब्त किया गया है. पुलिस ने चालाकी से आरोपियों को फंसाया.

बता दें कि आरोपियों की टोली आधार कार्ड, राशन कार्ड, सातबारा दस्तावेज (seventh document) और संबंधित कागजात पेश करती थी. राशन कार्ड पर नकली हस्ताक्षर और मुहरों का इस्तेमाल किया जाता था. अदालत में शपथ पत्र पेश कर दस्तावेजों को असली दिखाया जाता था. अदालत को गुमराह कर आरोपियों को जमानत दिलाई जाती थी. इस तरह से इस टोली ने कई नागरिकों को ठगने की कोशिश की है.

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इस बीच, आरोपियों ने नकली राशन कार्ड और आधार कार्ड के जरिए अदालत से कई आरोपियों को अब तक जमानत दिलाई है. इसमें अदालत के कुछ वकीलों और कोर्ट स्टाफ का भी शामिल होना पाया गया है. इसलिए पुलिस अब कई एंगल से आगे की जांच कर रही है.

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