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नोएडा पुलिस और एमिटी यूनिवर्सिटी के सहयोग से चल रहे फैमिली डिस्प्यूट रिजॉल्यूशन क्लीनिक ने एक साल में 200 से ज्यादा मामलों का समाधान किया है, जिससे एफआईआर दर्ज होने की दर में कमी आई है.

FDRC के जरिए एक साल में 200 से ज्यादा केस किए सॉल्व.
हाइलाइट्स
- एफडीआरसी ने 200 से ज्यादा मामलों का समाधान किया.
- एफआईआर दर्ज होने की दर 6.5 प्रतिशत तक घटी.
- एमिटी यूनिवर्सिटी और नोएडा पुलिस ने नया MoU किया.
नोएडा: नोएडा पुलिस कमिश्नरेट और एमिटी यूनिवर्सिटी के सहयोग से चल रहे फैमिली डिस्प्यूट रिजॉल्यूशन क्लीनिक (FDRC) को एक साल पूरा हो गया है. इस एक साल में एफडीआरसी ने 200 से ज्यादा पारिवारिक मामलों का समाधान किया है, जिससे एफआईआर दर्ज होने की दर में भारी कमी आई है. इस प्रक्रिया से अब तक सिर्फ 6.5 प्रतिशत मामलों में ही एफआईआर दर्ज की गई है.
200 से ज्यादा मामलों का समाधान
नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि जनवरी 2024 में शुरू किया गया एफडीआरसी अब तक 200 से अधिक पारिवारिक विवादों का समाधान कर चुका है. इनमें से 160 से ज्यादा मामलों को मध्यस्थता और काउंसलिंग के माध्यम से सुलझाया गया, जबकि केवल 6.5 प्रतिशत मामलों में ही एफआईआर दर्ज करने की जरूरत पड़ी. यह आंकड़ा यह दर्शाता है कि पारिवारिक विवादों को संवाद और सही मार्गदर्शन के माध्यम से आसानी से हल किया जा सकता है, जिससे लंबी कानूनी प्रक्रिया और कोर्ट-कचहरी से बचा जा सकता है.
एमिटी यूनिवर्सिटी और नोएडा पुलिस के बीच हुआ MoU
एफडीआरसी की सफलता को देखते हुए, नोएडा पुलिस और एमिटी यूनिवर्सिटी के बीच एक नया समझौता (MoU) किया गया है. इस समझौते के तहत, पुलिस और विश्वविद्यालय संयुक्त रूप से एक नया काउंसलिंग सेंटर स्थापित करेंगे. इस सेंटर में एमिटी यूनिवर्सिटी के प्रशिक्षित प्रोफेशनल्स मुफ्त काउंसलिंग प्रदान करेंगे. यह नया केंद्र नोएडा के सेक्टर-125 स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी परिसर में शुरू किया जाएगा.
एफडीआरसी की इस सफलता से न केवल विवादों को कम करने में मदद मिल रही है, बल्कि यह लोगों को कानूनी कार्रवाई से पहले उनके मसले हल करने का एक बेहतर तरीका भी प्रदान कर रहा है.
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
March 03, 2025, 17:07 IST