अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि इजरायल पर ईरान का मिसाल हमला विफल और बेअसर प्रतीत होता है। ईरान ने मंगलवार रात को इजरायल को निशाना बनाकर करीब 200 मिसाइलें दागी थीं। इजरायल की सेना ने कहा कि हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक कार्यालय एवं आवास में बाइडेन ने कहा, ‘मेरे निर्देश पर अमेरिका की सेना ने इजरायल की रक्षा में सक्रिय रूप से सहयोग किया। हम अभी प्रभाव का आकलन कर रहे हैं, लेकिन प्राप्त सूचना के आधार पर हमला विफल और निष्प्रभावी प्रतीत होता है और यह इजरायल की सैन्य क्षमता… और इस तरह के हमलों को रोकने के संबंध में अमेरिका एवं इजरायल के बीच गहन योजना का भी प्रमाण है।’
उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई संदेह नहीं कि अमेरिका इजरायल का पूर्ण समर्थन करता है। मैंने सुबह और दोपहर में कुछ समय ‘सिचुएशन रूम’ में बिताया, अपनी पूरी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ बैठक की… जैसा कि मैंने बताया, राष्ट्रीय सुरक्षा टीम इजरायली अधिकारियों और समकक्षों के साथ लगातार संपर्क में है…।’
व्हाइट हाउस ने कहा कि बाइडेन ने अमेरिकी सेना को ईरानी हमलों के खिलाफ इजरायल की रक्षा में सहायता करने और देश को निशाना बनाने वाली मिसाइलों को मार गिराने का निर्देश दिया।
अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन में प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट्रिक एस. राइडर ने कहा कि अधिकांश मिसाइलों को उनके लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही नष्ट कर दिया गया, हालांकि कुछ मिसाइलें लक्ष्य तक पहुंचीं और उनसे न्यूनतम क्षति पहुंची।
इस हमले की निंदा करते हुए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा, ‘मैं इस हमले की स्पष्ट तौर पर निंदा करती हूं। मेरा स्पष्ट मानना है कि ईरान पश्चिम एशिया में अस्थिरता पैदा करने वाली, खतरनाक ताकत है और आज इजरायल पर हुआ हमला इस तथ्य को और भी पुख्ता करता है।’
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी कहा कि पिछले पांच महीने में यह इजरायल पर सीधे तौर पर किया गया ईरान का दूसरा हमला है। उन्होंने कहा, ‘यह बिल्कुल अस्वीकार्य है और पूरी दुनिया को इसकी निंदा करनी चाहिए।’
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने संवाददाताओं को बताया कि अमेरिकी सेना इस हमले से इजरायल की रक्षा करने के लिए इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) के साथ मिलकर काम कर रही है।
राइडर ने बताया कि हमले से पहले और इस दौरान अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने अपने इजरायली समकक्ष योव गैलेंट से बात की।
उन्होंने कहा, ‘ऑस्टिन ने इजरायल की रक्षा के लिए अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया और इस बात पर बल दिया कि ईरान तथा ईरान समर्थित आतंकवादी संगठनों से खतरों के मद्देनजर अमेरिका पश्चिम एशिया के क्षेत्र में अमेरिकी सेना तथा इजरायल की रक्षा करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
वहीं, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले के लिए बाइडेन प्रशासन को दोषी ठहराया। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘दुनिया जल रही है और हालात काबू से बाहर हो रहे हैं। हमारे पास कोई नेतृत्व नहीं है, कोई भी देश को चलाने वाला नहीं है। हमारे पास जो बाइडेन के रूप में बगैर वजूद वाला राष्ट्रपति है और कमला हैरिस के रूप में एक ऐसी बेखबर उपराष्ट्रपति हैं, जो सैन फ्रांसिस्को में धन जुटाने में बेहद व्यस्त हैं… कोई भी प्रभारी नहीं है और यह भी स्पष्ट नहीं है कि कौन अधिक भ्रमित है : बाइडेन या कमला। दोनों में से किसी को भी पता नहीं है कि क्या हो रहा है।’