Tuesday, July 1, 2025
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पृथ्वी को 2 महीने के लिए मिलने जा रहा मिनी-मून, कैसा दिखेगा? जानिए क्या है ये दुर्लभ घटना


धरती के चांद को जल्द ही एक ‘छोटा साथी’ मिलने जा रहा है। यह ‘मिनी मून’ अस्थायी रूप से धरती के चक्कर लगाने आ रहा है। दरअसल एक दुर्लभ घटना के तहत छोटा एस्टेरॉयड (क्षुद्रग्रह) धरती के गुरुत्वाकर्षण (ग्रैविटी) में फंसकर हमारे ग्रह का 29 सितंबर से 25 नवंबर तक चक्कर लगाएगा। इस एस्टेरॉयड का नाम 2024 PT5 है। इसे 7 अगस्त को नासा के एस्टेरॉयड टेरिस्ट्रियल-इम्पैक्ट लास्ट अलर्ट सिस्टम (ATLAS) के माध्यम से देखा गया था।

एस्टेरॉयड का साइज और समय

2024 PT5 का साइज बहुत बड़ा नहीं है, इसका व्यास सिर्फ 10 मीटर (33 फीट) है। यह एस्टेरॉयड धरती के चारों ओर 53 दिनों तक रहेगा, लेकिन इस दौरान यह पूरी तरह से एक चक्कर नहीं लगा पाएगा। इसके बजाय, यह एक ‘घोड़े की नाल’ के आकार में घूमेगा और फिर धरती की गुरुत्वाकर्षण शक्ति से बाहर निकल जाएगा।

धरती और एस्टेरॉयड का कनेक्शन

रिसर्च नोट्स ऑफ द अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी (RNAAS) में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, धरती अक्सर ऐसे एस्टेरॉयड को अपनी गुरुत्वाकर्षण शक्ति में खींच लेती है। कुछ एस्टेरॉयड धरती के चारों ओर एक या अधिक चक्कर लगाते हैं, जबकि कुछ आधे रास्ते में ही धरती की कक्षा से छूट जाते हैं। इस रिपोर्ट को कार्लोस दे ला फुएंते मार्कोस और राउल दे ला फुएंते मार्कोस ने लिखा है।

पहले भी हो चुका है ऐसा

2006 में भी एक एस्टेरॉयड धरती की गुरुत्वाकर्षण शक्ति में फंसकर जुलाई 2006 से जुलाई 2007 तक एक वर्ष तक धरती के चारों ओर चक्कर लगाता रहा था। इसके अलावा, 2022 में भी कुछ ऐसा ही देखना को मिला था। दरअसल एस्टेरॉयड 2022 NX1 ने 1981 और 2022 में धरती के चारों ओर अधूरा चक्कर लगाया था और अब इसके 2051 में दोबारा लौटने की संभावना है। इसी तरह अब 2024 PT5 नाम का एस्टेरॉयड चक्कर लगाने जा रहा है।

प्राकृतिक वस्तु है 2024 PT5

हालांकि, कभी-कभी धरती अंतरिक्ष से आने वाले कचरे को भी अपनी कक्षा में खींच लेती है, लेकिन रिपोर्ट के अनुसार 2024 PT5 एक प्राकृतिक वस्तु है। इसकी गति 2022 NX1 जैसी दिखती है, जिसे एक प्राकृतिक वस्तु के रूप में पहचाना गया था। इसके ऑर्बिटल प्रॉपर्टीज (Orbital Properties) भी उन एस्टेरॉयड जैसे दिखते हैं जो अर्जुना एस्टेरॉयड बेल्ट से आते हैं। 2024 PT5 एस्टेरॉयड धरती के चारों ओर पूर्ण चक्कर भले ही न लगा पाए, लेकिन यह अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक रोमांचक घटना है। इससे खगोलविदों को धरती के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र के प्रभाव और एस्टेरॉयड की गति को समझने में मदद मिलेगी।

क्या होता है ऑर्बिटल प्रॉपर्टीज?

ऑर्बिटल प्रॉपर्टीज या कक्षीय गुणधर्म (Orbital Properties) किसी वस्तु की उस विशेषताओं को दर्शाते हैं जो वह अपने कक्षीय पथ (orbit) में चलते समय प्रदर्शित करती है। इसका मतलब होता है कि कोई वस्तु (जैसे ग्रह, चंद्रमा, क्षुद्रग्रह या उपग्रह) जब किसी बड़े पिंड, जैसे कि धरती या सूर्य, के चारों ओर घूमती है, तो उसकी गति, दिशा, दूरी और समय का निर्धारण कैसे होता है। किसी वस्तु की कक्षा गोलाकार (circular) या दीर्घवृत्तीय (elliptical) हो सकती है। इससे यह पता चलता है कि वस्तु किस तरह के पथ पर चल रही है।



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