Monday, February 24, 2025
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पैरासिटामोल बुखार की दवा है दर्द की? अधिकतर लोग नहीं जानते हकीकत, डॉक्टर से जानें काम की बात


हाइलाइट्स

पैरासिटामोल टेबलेट का इस्तेमाल हल्के दर्द से राहत पाने के लिए भी किया जा सकता है.
यह दवा बुखार को रोकने में बेहद कारगर होती है और शरीर की सूजन को कम करती है.

Is Paracetamol Painkiller: पैरासिटामोल टेबलेट बुखार आने पर लेनी चाहिए या दर्द होने पर? अगर आपसे यह सवाल पूछा जाए तो यकीनन आपका जवाब होगा कि यह तो बुखार की दवा है. अधिकतर लोग पैरासिटामोल को बुखार से निजात पाने के लिए इस्तेमाल करते हैं. यह दवा बुखार को तुरंत कम करने में बेहद असरदार होती है. हालांकि कई बार डॉक्टर दर्द होने पर भी पैरासिटामोल दवा ही रिकमेंड करते हैं.

ऐसे में लोग कंफ्यूज हो जाते हैं और उन्हें लगता है कि यह दवा बुखार न आने के लिए दी गई होगी. हालांकि आपको जानकर हैरानी होगी कि पैरासिटामोल को दर्द से राहत पाने में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. अब आप जानना चाह रहे होंगे कि पैरासिटामोल बुखार की दवा है या दर्द की? इस बारे में डॉक्टर से समझने की कोशिश करते हैं.

नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के प्रिवेंट हेल्थ एंड वेलनेस डिपार्टमेंट की डायरेक्टर डॉ. सोनिया रावत ने News18 को बताया कि पैरासिटामोल का इस्तेमाल बुखार और दर्द दोनों में किया जा सकता है. यह दवा बुखार को तेजी से कंट्रोल करती है और दर्द से भी राहत दिलाती है. इसे एंटीइंफ्लेमेटरी भी माना जाता है. हालांकि इस टेबलेट का इस्तेमाल माइल्ड से मॉडरेट पेन (हल्के से मध्यम दर्द) में ही लेने की सलाह दी जाती है.

जब पेन सीवियर हो, तब इस दवा के बजाय अन्य टेबलेट्स रिकमेंड की जाती हैं. पैरासिटामोल को अन्य पेनकिलर्स की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षित माना जाता है और यही वजह है कि हल्के दर्द में पेनकिलर के बजाय यह दवा लेनी चाहिए. अचानक बुखार आ जाए, तब भी यह दवा लेना सुरक्षित माना जाता है. हालांकि हद से ज्यादा पैरासिटामोल लेने से गंभीर साइड इफेक्ट नजर आ सकते हैं.

डॉक्टर रावत कहती हैं कि प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को भी पैरासिटामोल पेनकिलर के तौर पर दी जा सकती है, लेकिन ऐसे लोगों को यह दवा बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी चाहिए. जो लोग लिवर या किडनी से संबंधित परेशानियों से जूझ रहे हैं, उन्हें पैरासिटामोल ज्यादा नहीं लेना चाहिए. ऐसा करने से लोगों की समस्या ट्रिगर हो सकती है.

पैरासिटामोल लेने के बाद अगर किसी को डायरिया, एलर्जी, मतली, भूख न लगना, स्किन पर रैशेज और खुजली होने जैसे लक्षण दिखें, तो इस दवा को तुरंत बंद कर देना चाहिए. साथ ही जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलकर कंसल्ट करना चाहिए. सभी दवाओं के साइड इफेक्ट होते हैं, लेकिन पैरासिटामोल उन दवाओं में से है, जिनके हेल्थ पर सबसे कम साइड इफेक्ट नजर आते हैं.

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Tags: Fever, Health, Lifestyle, Medicine



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