ढाका स्थित कट्टरपंथी इस्लामी नेता जसीमुद्दीन रहमानी ने भारत के खिलाफ एक भड़काऊ वीडियो संदेश जारी किया है। उसने वीडियो में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से ‘मोदी के शासन से बंगाल को आजाद करने’ और ‘बंगाल की स्वतंत्रता’ की घोषणा करने का आह्वान किया है। बता दें कि जसीमुद्दीन रहमानी को हाल ही में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने जेल से रिहा किया था।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में रहमानी ने भारत को बांटने करने और दिल्ली में इस्लामिक झंडा फहराने की धमकी दी। वह अल-कायदा से जुड़े आतंकवादी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) का प्रमुख है। रहमानी का संगठन AQIS (अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट) का हिस्सा है। AQIS भारत में प्रतिबंधित संगठन है।
बताया जा रहा है कि ये वीडियो संभवतः सितंबर के पहले सप्ताह में किसी अस्पताल वार्ड में शूट किया गया था। वीडियो में रहमानी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ हुए ‘विद्रोह’ का भी जिक्र किया, जो 5 अगस्त को समाप्त हुआ था, जब शेख हसीना देश छोड़कर भारत भाग गई थीं।
रहमानी एक ब्लॉगर की हत्या के लिए पांच साल जेल की सजा काट रहा था। उसको अगस्त में पैरोल पर रिहा कर दिया गया था, जब नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक सैन्य समर्थित अंतरिम सरकार सत्ता में आई थी। वीडियो में, रहमानी ने भारत को किसी भी आक्रामक कार्रवाई के खिलाफ चेतावनी दी और कहा कि बांग्लादेश ‘सिक्किम या भूटान’ जैसा देश नहीं है।
उसने चीन की मदद से भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों को अलग करने और ‘चिकन नेक’ के नाम से मशहूर सिलीगुड़ी कॉरिडोर को काटने की धमकी दी। रहमानी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद जनता के भारी गुस्से का सामना करना पड़ रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, रहमानी के संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) पर शेख हसीना सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था। उसने भारत के “खात्मे” की बात करते हुए पंजाब में खालिस्तानी आंदोलन और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का जिक्र किया। 30 मिनट के वीडियो में, आतंकवादी रहमानी ने भारत को चेतावनी दी कि यदि भारत द्वारा बांग्लादेश को चुनौती दी गई तो बांग्लादेश की “तौहीद आबादी” उठ खड़ी होगी।