राधिका कोडवानी/इंदौर: इंसान के चेहरे का सबसे प्रभावी हिस्सा आंखें हैं. इस बदलती लाइफस्टाइल में लोगों में फिटनेस के प्रति जागरूकता तो है, मगर आंखों के मामले में आज भी लोग लापरवाही बरतते हैं. आज हम आपको आंखों को सेहतमंद रखने का तरीका बताते हैं, जिससे आंखों के डार्क सर्कल, झुर्रियां तो कम होंगी ही, आंखों की रोशनी भी बरकरार रहेगी.
कोलकाता के नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ. सोमनाथ पाल ने लोकल 18 को बताया कि कोरोना के बाद आंखों की समस्या आम हो गई है, इसलिए अब इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. लोगों को चश्मे और ऑपरेशन की जरूरत पड़ रही है. इस योग से आंखों की रोशनी लौटने के आसार हैं. इससे आंखों के आसपास की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने से डार्क सर्कल दूर होते हैं.
दिमाग मजबूत और एकाग्रता है बढ़ती
डॉक्टर ने बताया कि आंखों की मांसपेशियां ब्रेन के कुछ हिस्सों से जुड़ी हुई हैं. योग इन मांसपेशियों को मजबूत और एक्टिव करने का काम करता है. ऐसे में दिमाग भी मजबूत होता है. एकाग्रता बढ़ती है. इससे मानसिक सुकून बढ़ता है. डॉक्टर पाल बताते हैं कि तकरीबन 15 साल में 40 हजार से ज्यादा लोगों को नेत्र योग से इलाज किया. इसमें 60 फीसद को फायदा हुआ है. अब ज्यादा फोकस बच्चों पर है, क्योंकि वो डिजिटल तरीके से पढ़ रहे हैं. उन्हें अभी ही बढ़े नंबर के चश्मे लगे हैं. डायबिटीज और दूसरी बीमारियों वाले लोगों की आंखों की रोशनी भी आ जाती है. बर्शते उनकी बीमारी का सही समय पर इलाज हो.
ऐसे करें नेत्र योग
डॉक्टर ने बताया कि नेत्र योग में आंखों पर हथेलियों को कुछ देर तक रखना होता है.
ब्लिंकिंग: इसमें लगातार कुछ समय के लिए पलकों को झपकाना होता है.
फोकसिंग: आंखों की पुतलियों को किनारों तक ले जाकर फोकस करना होता है.
रोटेशन: आंखों की पुतलियों को कुछ समय के लिए घुमाना होता है.
अप-डाउन: आंखों की पुतलियों को ऊपर व नीचे लगातार कुछ समय के लिए करना होता है.
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FIRST PUBLISHED : March 25, 2024, 11:48 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.