बांग्लादेश में छात्रों के द्वारा किए गए प्रदर्शन में सबसे ज्यादा निशाने पर अवामी लीग के नेता और कार्यकर्ता ही रहे थे। अब प्रदर्शन के खत्म होने के बाद आवामी लीग के नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सलाहकार सलमान एफ रहमान और पूर्व कानून मंत्री अनीसुल हक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बांग्लादेश के अखबार ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, पुलिस ने उन्हें न्यू मार्केट थाने के एक मामले के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार वह दोनों राजधानी ढाका के सदरघाट इलाके से पानी के रास्ते से भागने की कोशिश कर रहे थे।
ढाका पुलिस के मुताबिक, कोटा के मुद्दें को लेकर हुए आंदोलन के दौरान 16 जुलाई को ढाका कॉलेज के सामने हुई लड़ाई में दो लोगों की जान चली गई थी। इस घटना के संबंध में पुलिस में सलमान और अनीसुल पर हत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया था। उन दोनों की गिरफ्तारी उसी केस को लेकर हुई है।
सलमान रहमान बांग्लादेश के प्रमुख व्यापारियों में से एक हैं वह शेख हसीना के सलाहकार के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। वहीं अनीसुल हक शेख हसीना की सरकार में कानून मंत्री का पद संभाल चुके हैं। दोनों ही हाल में हुए चुनावों में चुनकर आए थे।
बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना को भी देश छोड़कर भागना पड़ा था। राजधानी ढाका से अपना इस्तीफा सौंप कर वह भारत आ गई थीं। इसके बाद बांग्लादेश में सेना ने अंतरिम सरकार के गठन का ऐलान कर दिया। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार ने शपथ ली, जिसमें दो प्रदर्शनकारी छात्र नेताओं को भी शामिल किया गया। अल्पसंख्यक हिंदूओं पर जारी हमलों के बीच यूनुस ने आज राजधानी के ढाकेश्वरी मंदिर जाकर लोगों से भरोसा करने की अपील की। इससे पहले हजारों की संख्या में बांग्लादेशी शरणार्थियों ने भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की थी। भारतीय सीमा सुरक्षा बल ने उन्हें समझा बुझा कर वापस बांग्लादेश भेज दिया।