हाइलाइट्स
चीनी सैनिकों के सामने भारतीय चरवाह डटकर खड़े रहे. उन्होंने सैनिकों की बात मानने से इनकार कर दिया.
भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से भी इस संबंध में पूछे गए सवाल पर बयान जारी किया है
नई दिल्ली. हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हुआ, जिसमें लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के पास भारतीय चरवाह मौजूद हैं. चीनी सैनिक इस दौरान चरवाहों को वहां से जाने के लिए कह रहे थे, लेकिन चरवाहक वहां से नहीं गए। उन्हें चीनी सैनिकों से झगड़ते देखा गया. पेश मामले में अब विदेश मंत्रालय की तरफ से भी एक बयान सामने आया है. मंत्रालय के बयान ने कहा, ‘हमने भी ऐसा वीडियो देखा है और इस संबंध में ज्यादा डिटेल आप रक्षा मंत्रालय से ले सकते हैं. जहां तक हमारा सवाल है तो दोनों देशों के लोग जानते हैं कि किसके चरवाह कहां-कहां पर हैं और अगर कोई विवाद होता है तो उसे सुलझाने के मैकेनिज्म हैं, जो कि उसी के आधार पर सुलझाया जाता है.
यह पूरा घटनाक्रम लेह-लद्दाख के सुदूर पर्वतीय इलाके में सामने आया. चीनी सेना का नापाक इरादा था कि भारतीय चरवाह इस इलाके में ना आएं. चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) के जवानों ने भारतीय चरवाहों को रोकने की कोशिश की. निहत्थे चरवाहकों ने साहस का परिचय देते हुए हथियारों से लैस चीनी सेना के जवानों से मुकाबला किया. चरवाहों ने चीनी सेना की बख्तरबंद गाड़ियों पर पत्थरबाजी भी की. भारतीय चरवाहों और चीनी सेना के जवानों के बीच झगड़े का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है.
यह भी पढ़ें:- Gyanvapi Masjid News: मुस्लिम पक्ष ने उठाया बड़ा कदम, शाम साढ़े 4 बजे दिल्ली में होगी बैठक
जानवर ले जाने से रोका गया
बताया जा रहा है कि भारतीय चरवाहकों को चीनी सैनिकों ने जानवरों को ले जाने से रोक दिया. इसके बाद चीनी सैनिकों और भारतीय चरवाहकों के बीच कहासुनी शुरू हो गई. देखते ही देखते दोनों पक्षों में गुत्थम-गुत्थी होने लगी. यहां यह बता दें कि चीनी सैनिक हथियार से लैसे थे, जबकि भारत के स्थानीय चरवाहे निहत्थे थे. इसके बावजूद स्थानीय चरवाहों ने PLA के कदम का विरोध करने से पीछे नहीं हटे. चुशूल के काउंसलर कॉनचॉक स्टेंजिन ने सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों के बीच हुई झड़प का वीडियो शेयर किया है.
.
Tags: India china border dispute, Ladakh Border Dispute, Ladakh News, MEA, Ministry of External Affairs
FIRST PUBLISHED : February 1, 2024, 17:16 IST