पाकिस्तान में सत्तारूढ़ गठबंधन पार्टी की नेता और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने बुधवार को कहा कि उन्हें अपनी कुर्सी जाने का डर है। उन्होंने कहा कि अगर देश में “राजनीतिक अराजकता” जारी रहती है, तो उन्हें भी यह नहीं पता कि वह कितने दिनों तक अपने पद पर बनी रहेंगी। फैसलाबाद में एक समारोह को संबोधित करते हुए पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने कहा कि विभिन्न देशों के राजदूत भी पाकिस्तान में बढ़ते राजनीतिक संकट पर गंभीर चिंता जता रहे हैं।
मरियम ने कहा, “देश में राजनीतिक अराजकता जारी है और मुझे भी नहीं पता कि मैं मुख्यमंत्री पद पर कितने समय तक रह पाऊंगी।” उन्होंने आगे कहा, “आज एक देश के राजदूत ने (पूर्व प्रधानमंत्री) नवाज शरीफ और मुझसे मुलाकात की और पाकिस्तान में ‘राजनीतिक अराजकता’ के बारे में पूछा। नवाज शरीफ ने उन्हें बताया कि राजनीतिक उथल-पुथल पाकिस्तान में कोई नई बात नहीं है, क्योंकि उन्होंने इसे अपने जीवन भर देखा है।”
बुधवार को चीन के राजदूत जियांग जैदोंग ने लाहौर में नवाज शरीफ और मरियम नवाज से मुलाकात की। इससे एक दिन पहले, अमेरिका के राजदूत डोनाल्ड ब्लोम ने पिता-पुत्री से मुलाकात की और देश में चल रही राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। मरियम नवाज के चाचा शहबाज शरीफ इस समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं।
पिछले दो वर्षों से पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ रही है, खासकर देश की सबसे लोकप्रिय पार्टी – पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और सैन्य प्रतिष्ठान के बीच टकराव के कारण। पीटीआई प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पिछले एक साल से विभिन्न मामलों में जेल में हैं। सैन्य प्रतिष्ठान पर इस साल की शुरुआत में हुए आम चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली कर शहबाज शरीफ की “हाइब्रिड सरकार” स्थापित करने का आरोप है। ेपीटीआई का दावा है कि उसने चुनावों में दो-तिहाई बहुमत से जीत हासिल की थी। रिपोर्टों के अनुसार, ‘मित्र देश’ पाकिस्तान में लगातार बने राजनीतिक संकट के कारण निवेश करने से हिचकिचा रहे हैं।