Sunday, February 23, 2025
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यहां का ‘स्पाइडर मैन’ चोर है… पर वो भी इतना ईमानदार, इसकी कहानी जानकर आप भी कहेंगे…


Spiderman Jewel Thief: दो सप्ताह की कड़ी मशक्कत के बाद, जब तमिलनाडु पुलिस ने आखिरकार 26 वर्षीय ‘स्पाइडरमैन’ चोर विजय मुनिरत्नम को पकड़ ही लिया. विजय ने कोयंबटूर में एक ज्वेलरी की दुकान में दुस्साहसिक चोरी को अंजाम दिया था. पुलिस भी इस ‘स्पाइडरमैन’ चोर के कथित मकसद से हैरान रह गई. विजय ने पुलिस को बताया कि उसने थोड़ी मात्रा में सोना लिया है, क्योंकि उसे पट्टे पर घर लेने के लिए 1 लाख रुपये की आवश्यकता थी. उसने और अधिक नहीं लिया क्योंकि उसे और अधिक की आवश्यकता नहीं थी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 28 नवंबर को, विजय ने कोयंबटूर में 100 फीट रोड पर जोस अलुक्कास के ज्वेलरी स्टोर में सेंध लगाई थी. यह कोई बड़ी लूट नहीं थी, लेकिन जिस बात ने पुलिस को चकित कर दिया वह थी विजय की चतुराई. वह दीवार और एलिवेशन पैनल (इमारत के अग्रभाग पर प्रयुक्त) के बीच एक फुट की संकीर्ण जगह के माध्यम से तीन मंजिल तक चढ़ गया था. फासला इतना कम था कि विजय की कलाबाजी को दोहराने की कोशिश करने वाले पुलिसकर्मी हर बार पीछे खिसक जाते थे और पीठ के बल गिर जाते थे.

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पुलिस को तब पता था कि यह चोर, जिसे उन्होंने ‘स्पाइडरमैन’ नाम दिया था उसे पड़ना आसान नहीं होगा. कोयंबटूर के पुलिस आयुक्त वी बालाकृष्णन ने कहा कि विजय को पकड़ने के लिए पांच टीमें बनाई गई थीं. उन्होंने कहा कि ‘चोरी के 24 घंटों के भीतर, हमने चोरी की अधिकांश चीजें बरामद कर लीं और विजय की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन वह सोमवार (11 दिसंबर) तक फरार रहा. हमने पांच टीमें गठित कीं, जिनमें 47 पुलिसकर्मी शामिल थे और 350 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से सबूत खंगाले गए.’ विजय की पत्नी अपने तीन महीने के बच्चे के साथ जेल में है.

जांच का नेतृत्व करने वाले पुलिस उपायुक्त जी चंदेश ने कहा कि अपनी पत्नी की गिरफ्तारी के बाद, विजय अपने गृह जिले धर्मपुरी भाग गया. उन्होंने कहा कि ‘वह धर्मपुरी वन क्षेत्र से बहुत परिचित है और हमारे लिए उसे पकड़ना कठिन था. हमारी टीमों ने उसे दो बार देखा लेकिन वह हमें चकमा देने में कामयाब रहा.’ धर्मपुरी से, विजय नेल्लोर, कालाहस्ती, तिरूपति और अंत में चेन्नई गया.

यहां का 'स्पाइडर मैन' चोर है, पर वो भी इतना ईमानदार, इसकी कहानी जानकर आप भी कहेंगे...

पूछताछ के दौरान, कोयंबटूर में बसों और लॉरियों में क्लीनर के रूप में काम करने वाले विजय ने पुलिस को बताया कि उसने कुछ संप्रभु वस्तुएं चुराईं क्योंकि उसका लक्ष्य मामूली था. उसे 1 लाख रुपये की जरूरत थी ताकि वह एक दोस्त को भुगतान कर सके और कोयंबटूर के अनामलाई इलाके में अपना घर पट्टे पर ले सके. चंदीश ने कहा कि ‘उसने सोचा कि किराया देने से यह बेहतर विकल्प है.’

Tags: Crime News, Tamilnadu



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