यूक्रेन के ववचांस्क शहर पर हुए हालिया हमले में रूस द्वारा ‘फादर ऑफ ऑल बम’ (ODAB-9000) का इस्तेमाल किए जाने की आशंका जताई जा रही है। सोशल मीडिया और विभिन्न ऑनलाइन रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हमला अब तक के सबसे शक्तिशाली गैर-परमाणु बमों में से एक के साथ किया गया हो सकता है। ODAB-9000 बम अपनी 44,000 किलोग्राम टीएनटी की विस्फोटक क्षमता के लिए जाना जाता है। इसे ‘थर्मोबारिक’ हथियारों की श्रेणी में रखा जाता है, जो वातावरण से ऑक्सीजन का इस्तेमाल करके एक विनाशकारी विस्फोट उत्पन्न कर सकते हैं। इस कारण इसे ‘वैक्यूम बम’ भी कहा जाता है, जो बड़े क्षेत्र में भयानक तबाही मचा सकता है और विस्फोट क्षेत्र में मौजूद जीवों को घुटन से मार सकता है।
हालांकि, इन रिपोर्ट्स की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। यदि यह खबर सही साबित होती है, तो यह पहली बार होगा जब ODAB-9000 का किसी युद्ध में इस्तेमाल हुआ है। लेकिन विशेषज्ञों के बीच इस बात पर मतभेद हैं कि क्या वास्तव में रूस ने ववचांस्क पर इस बम का इस्तेमाल किया है या फिर कोई कम घातक संस्करण, जैसे ODAB-1500 या FAB-3000 का उपयोग किया गया है।
कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि ववचांस्क के खारकीव क्षेत्र में इस्तेमाल किया गया बम ODAB-1500 हो सकता है, जो ODAB-9000 के मुकाबले छोटा है। वहीं, कुछ अन्य रिपोर्ट्स में FAB-3000 के इस्तेमाल की संभावना जताई जा रही है, जो हाई-एक्सप्लोसिव एविएशन बम के रूप में जाना जाता है। FAB-3000 भी एक अत्यधिक शक्तिशाली हथियार है, जिसे लंबी दूरी की सटीक हमलों के लिए डिजाइन किया गया है और इसे किलेबंद क्षेत्रों पर आक्रमण के लिए प्रयोग किया जाता है।
ODAB-9000 के डिजाइनरों ने पहले कहा था कि इसे यूक्रेन युद्ध में नहीं तैनात किया जाएगा, लेकिन अब इस हमले के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या रूस ने अपनी इस प्रतिबद्धता को तोड़ दिया है। हालांकि, इस्तेमाल किए गए बम की वास्तविक पहचान को लेकर अभी तक कोई पक्की जानकारी सामने नहीं आई है, परंतु ववचांस्क पर हुए हमले के दृश्य यह दिखाते हैं कि धमाका अत्यधिक शक्तिशाली था। इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ गई है कि यदि वास्तव में ‘फादर ऑफ ऑल बॉम्ब्स’ का इस्तेमाल हुआ है, तो इसका असर मानवता और युद्ध क्षेत्र में रहने वाले लोगों पर कितना विनाशकारी हो सकता है।