हाइलाइट्स
लोगों को पेनकिलर्स का ज्यादा इस्तेमाल अपनी मर्जी से नहीं करना चाहिए.
पेनकिलर्स महीनों तक लगातार खाने से किडनी-लिवर पर बुरा असर होता है.
Side Effects of Painkiller: कई लोगों को पेनकिलर्स लेने की इतनी आदत हो जाती है कि वे किसी भी तरह का दर्द होने पर तुरंत दर्द निवारक दवाएं इस्तेमाल करने लगते हैं. उन्हें लगता है कि पेनकिलर्स लेने से उनकी समस्या दूर हो जाएगी. पेनकिलर्स लेने से दर्द से राहत जरूर मिलती है, लेकिन इनका अत्यधिक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. पेनकिलर्स का ज्यादा इस्तेमाल करना घातक हो सकता है और इससे लिवर व किडनी डैमेज होने की नौबत आ सकती है. इतना ही नहीं, पेनकिलर्स का ज्यादा इस्तेमाल हार्ट अटैक की वजह भी बन सकता है. इसके साइड इफेक्ट जानकर आप पूरी तरह हैरान रह जाएंगे.
नई दिल्ली के मिनिमल एक्सेस स्मार्ट सर्जरी हॉस्पिटल (MASSH) के फिजीशियन डॉ. त्रिभुवन गुलाटी के मुताबिक लंबे समय तक पेनकिलर्स लेना बेहद नुकसानदायक होता है. दर्द कोई बीमारी नहीं होता है, बल्कि किसी परेशानी का एक लक्षण होता है. पेनकिलर्स लेने से लोगों को दर्द महसूस नहीं होता है, लेकिन इससे असली बीमारी ठीक नहीं होती है. हमारे ब्रेन में दर्द की सेंसेशन महसूस होती है और पेनकिलर इस सेंसेशन को दबा देता है. ज्यादा पेनकिलर्स लेने से पेट, लिवर, किडनी, हार्ट और ब्रेन से संबंधित कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. जो लोग कई महीनों तक लगातार पेनकिलर लेते हैं, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. इससे सेहत को गंभीर खतरे पैदा हो सकते हैं.
डॉक्टर गुलाटी के अनुसार पेनकिलर्स ज्यादा लेने से मुंह का टेस्ट खराब हो सकता है, पेट में अल्सर हो सकते हैं, गैस्ट्राइटिस की समस्या हो सकती है, आंतों में प्रॉब्लम हो सकती है, डायरिया की समस्या हो सकती है. कई महीनों तक लगातार पेनकिलर्स लेने से लिवर और किडनी डैमेज हो सकते हैं. इतना ही नहीं, अत्यधिक पेनकिलर हार्ट अटैक की वजह बन सकते हैं. दर्द मिटाने वाली दवाएं शरीर के हर अंग को प्रभावित करती हैं. आमतौर पर लोग पैरासिटामोल, आईबूप्रोफेन, डाइक्लोफेनिक और निमेसुलाइड जैसे पेनकिलर्स का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. हालांकि इनका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करें.
अब सवाल है कि पेनकिलर्स का सबसे ज्यादा साइड इफेक्ट किस अंग पर होता है? इस पर डॉक्टर का कहना है कि अगर पेनिकलर्स किडनी में मेटाबॉलाइज होगा, तो इससे किडनी डैमेज हो सकती है. अगर पेनकिलर लिवर में ब्रेकडाउन हो रहा है, तो इससे लिवर डैमेज होने का खतरा बढ़ता है. अगर यह पेट में अब्जॉर्ब हो रहा है, तो इससे गैस और अल्सर की समस्या पैदा हो सकती है. लंबे समय तक पेनकिलर लेने से ब्रेन पर भी बुरा असर होता है. इससे डिप्रेशन और एंजायटी का खतरा बढ़ता है. अगर किसी व्यक्ति को कई सप्ताह या महीनों तक दर्द रहे, तो डॉक्टर से मिलकर जांच करानी चाहिए. जब बीमारी ठीक हो जाएगी, तो दर्द अपने आप दूर हो जाएगा.
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Tags: Health, Health News, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : March 18, 2024, 09:39 IST