नई दिल्ली. देश की राजधानी में पुलिस की चौकसी के बावजूद ऐसी आपराधिक घटनाएं घटती रहती हैं, जिसपर सहज ही यकीन करना मुश्किल होता है. दिल्ली के पॉश इलाकों में जब आपराधिक घटनाएं होती हैं तो स्वाभाविक तौर पर सबका ध्यान उस तरफ आकर्षित होता है. मामला जब लुटियंस दिल्ली से जुड़ा हो तो वह यूं भी हाईप्रोफाइल हो जाता है. फ्रॉड का ऐसा ही एक मामला सामने आया है. छानबीन करने पर खुद दिल्ली पुलिस भी भौंचक्की रह गई. समान नंबर के दो कार का पता चला है. छानबीन में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जिससे पुलिस के भी होश उड़ गए.
दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, 18 मार्च की शाम 6.19 बजे एक PCR कॉल की गई. इस कॉल में पुलिस से तुगलक रोड इलाके में एक जैसी 2 इनोवा गाड़ियां देखे जाने की शिकायत की गई थी. पुलिस हरकत में आई और किसी भी संदिग्ध वस्तु की जांच करने के बाद दोनों वाहनों को जब्त कर लिया. पुलिस ने आईपीसी की धारा 471 (जाली दस्तावेज को असली के रूप में इस्तेमाल करना) और 482 (झूठे संपत्ति चिह्न का इस्तेमाल करना) के तहत एफआईआर दर्ज की है. फिलहाल मामले की आगे जांच की जा रही है.
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दोनों कार मालिकों की हुई पहचान
पुलिस का कहना है कि वाहनों के मालिक की पहचान कर ली गई है. पूछताछ से पता चला है कि वाहन फ़रीदाबाद के एक निवासी के नाम पर रजिस्टर्ड थे. यह शख्स दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर में रहता है. उसकी एक गाड़ी का नंबर असली था. उसकी नंबर प्लेट को दूसरी गाड़ी में भी इस्तेमाल किया गया था. यातायात नियमों के मुताबिक यह अपराध की श्रेणी में आता है.

मंत्रालय में चल रही थीं दोनों कारें
सूत्रों के मुताबिक HR नंबर की 2 इनोवा कार है जो भारत सरकार के मंत्रालय में चल रही थी. दोनों कार एक ही मालिक की है. दोनों वाहन अलग-अलग सरकारी विभाग में लगे हैं. इसमें एक गाड़ी मंत्रालय में लगी थी. कमर्शियल नंबर की प्लेट थी गाड़ी के मालिक ने अपनी कमर्शियल नंबर दूसरी कार में भी लगवा दिया था. सूत्रों के अनुसार, प्राइवेट नंबर की गाड़ियों की डिमांड ज्यादा रहती है, इसीलिए आरोपी गाड़ी मालिक ने दोनों गाड़ियों के प्राइवेट नंबर बनवाकर भारत सरकार के स्टीकर लगा दी और उसे चलाया.
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FIRST PUBLISHED : March 21, 2024, 14:30 IST