लेबनान में हाहाकार के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हिजबुल्लाह के गढ़ में रह रहे रूसियों से अपील की है कि वे जितना जल्दी हो सके, लेबनान छोड़ दें। इससे पहले अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और कनाडा की सरकार भी इसी तरह की एडवाइजरी जारी कर चुकी है। रूसी सरकार ने बयान में कहा कि हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच युद्ध लगातार बढ़ रहा है। इसलिए लेबनान में रह रहे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
लेबनान में इजरायली सेना सोमवार को एक साल 1600 ठिकानों पर हमले किए। लेबनान स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, मरने वालों की संख्या कम से कम 558 है। वहीं, घायल हजारों में हैं। इजरायली सरकार का कहना है कि हिजबुल्लाह के खिलाफ उसके लक्ष्य कम समय के लिए है, इसलिए वो अधिक घातक हमले कर रहा है। इजरायल ने जल्द ही लेबनान पर दूसरा बड़ा अटैक करने की तैयारी कर ली है। हालांकि हिजबुल्लाह भी काउंटर अटैक में इजरायल को दहला रहा है। बुधवार सुबह उसने एक साथ कई मिसाइलों और ड्रोन से मध्य इजरायल के करीब 40 इलाकों पर हमले किए।
रूस ने जारी की चेतावनी
क्रेमलिन ने रूसी नागरिकों से अपनी सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द उड़ानों पर लेबनान छोड़ने का आग्रह किया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने एक दिन पहले चेतावनी दी थी कि लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर इजरायली हमलों से मध्य पूर्व में अस्थिर हो रही है। ऐसे में लेबनान में रह रहे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। रूस से पहले भी अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और कनाडा सरकार इसी तरह की चेतावनी जारी कर चुके हैं। अमेरिका ने अपने संदेश में कहा था कि जल्दी लेबनान को छोड़ दो वरना देरी हो गई तो हम कोई मदद नहीं कर पाएंगे।
इजरायल ने हवा में उड़ाई हिजबुल्लाह की मिसाइलें
इस बीच बुधवार को इजरायली सेना ने एक बयान में कहा कि लेबनान की तरफ से तेल अवीव और मध्य इजरायल पर हवाई हमले किए गए। सेना ने टेलीग्राम पर कहा, ”तेल अवीव और नेतन्या क्षेत्रों में बजने वाले सायरन के बाद लेबनान से आने वाली एक सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल की पहचान की गई और आईडीएफ एरियल डिफेंस एरे द्वारा हवा में ही नष्ट कर दिया गया।”