Whatsapp Call Digital arrest: ‘केरल निवासी एक पिता को दो महीने पहले, पुलिस अधिकारी की डीपी लगे नंबर से व्हाट्सएप पर कॉल आया. जैसे ही उन्होंने उठाया, उधर से आवाज आई, ‘सुन, दिल्ली से डीसीपी बोल रहा हूं, तेरी बेटी को ड्रग्स के साथ पकड़ा है. जेल में बंद है. उसे मार पड़ रही है. आवाज सुन रोने की, तेरी ही बेटी है न ये’… फोन पर चीख-पुकार की आवाज सुनकर पिता घबरा गया और पुलिस वाले से बेटी का नाम बताकर पूछा कि क्या ये वही है?… उधर से उसी नाम को रिपीट कर कहा कि हां, अगर केस रफा-दफा करना है तो फटाफट अकाउंट में पैसे भेज, नहीं तो 7 साल जेल काटेगी.. पिता ने बिना कुछ सोचे मैसेज में आया ओटीपी और आधार की अहम जानकारियां दे दीं और अकाउंट से 12 लाख रुपये उड़ गए और फोन कट गया… पिता ने वापस कॉल लगाया तो फोन हमेशा के लिए स्विच्ड ऑफ. ‘
‘ऐसा ही एक कॉल पुलिस की वर्दी पहने अधिकारी की फोटो लगे नंबर से व्हाट्सएप पर 27 मार्च को नोएडा निवासी वरिष्ठ पत्रकार संजय श्रीवास्तव को आया. उधर से बोला.. मैं थाने से इंस्पेक्टर रवि बोल रहा हूं, नाम बताओ अपना. तुम्हारे खिलाफ एक केस आया है.’ श्रीवास्तव ने कहा कि अगर केस आया है तो नाम तो आपको मालूम ही होगा.. मैं नाम क्यों बताऊं? बोला नाम बताओ नहीं तो बहुत तगड़ा जुर्माना लगेगा.. जब इन्होंने धमकाया तो दो-तीन गालियां देकर फोन काट दिया..कई बार कॉल मिलाने पर भी नहीं उठाया. जब उस नंबर पर सामान्य कॉल की गई तो उधर से कोई शिवा शर्मा ने बात की और कहा कि उसने तो कोई फोन नहीं किया था और उसके बाद से ही नंबर स्विच्ड ऑफ है..’
ये तो सिर्फ दो मामले हैं. ऐसे ही जाने कितने फोन रोजाना लोगों को व्हाट्सएप पर आ रहे हैं और लोगों को कंगाल बना रहे हैं. व्हाट्सएप पर पुलिस अधिकारी की वर्दी पहने फोटो लगी रहती है. उधर से हूटर और साइरन की आवाज आती रहती है, कई बार मारपीट और रोने-चिल्लाने की भी आती है, जैसे जेल में बंद कर किसी अपराधी को पीटा जा रहा हो. दरअसल यह साइबर फ्रॉड का नया तरीका अपनाया जा रहा है. इसमें घबराकर आप पैसे दे बैठते हैं.
दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा सहित कई राज्यों में ऐसी सैकड़ों शिकायतें पुलिस की साइबर सेल में पहुंची हैं. देखा जा रहा है कि कई लोग ऐसी कॉल्स को पुलिस का मामला समझकर इसकी शिकायत ही नहीं करते और हफ्तों तक डरे-सहमे रहते हैं. या फिर अपराधियों को अपना डेटा देकर लुटने के बाद शिकायत लेकर आते हैं.
साइबर अपराध का नया तरीका है डिजिटल अरेस्ट..
दिल्ली पुलिस के साइबर एक्सपर्ट किसलय चौधरी ने बताया कि साइबर क्राइम के लिए अपराधियों ने डिजिटल अरेस्ट का तरीका अपनाना शुरू कर दिया है. ये पुलिस वाले बनकर लोगों को डराते-धमकाते और गंदी-गंदी गालियां तक देते हैं. ये बच्चों, सगे संबंधियों और व्यक्ति को खुद केस में फंसने आदि की धमकी देते हैं. ऐसे में कई बार व्यक्ति डर के मारे इन्हें अपना आधार नंबर, अकाउंट डिटेल्स, ओटीपी, ईमेल पासवर्ड्स तक दे देते हैं और अकाउंट खाली करवा बैठते हैं. कई बार खुद ही पैसे ट्रांसफर भी कर देते हैं. इस समय यह सबसे कॉमन फ्रॉड हो गया है. साइबर क्राइम करने वाले ये लोग भारत से भी हैं और बाहर के देशों से भी हैं. ये तुक्का लगाते हैं और बहुत सारे लोग इस हनी ट्रैप स्कैम में इसमें फंस जाते हैं.
लोग न करें ये गलतियां..
किसलय कहते हैं कि इस तरह के साइबर क्राइम से बचने के लिए
कुछ चीजों को करने से बचें.
. जब भी व्हाट्सएप पर अनजान नंबर से कॉल आए तो न उठाएं.
. अगर पुलिस की फोटो लगे नंबर से कॉल आ रहा है तो बिल्कुल भी न उठाएं.
. कभी भी पुलिस अगर फोन करती है तो सीयूजी नंबर या लैंडलाइन नंबर से सामान्य कॉल करती है. पुलिस कभी व्हाट्सएप कॉल नहीं करती, ये बात ध्यान में रखें.
. अगर फोन उठा भी लिया है तो घबराएं नहीं और अपने बारे में या बच्चों को लेकर कोई भी जानकारी शेयर न करें. फोन को तुरंत काटें.
. इस नंबर की एफआईआर भले न करें लेकिन पुलिस में शिकायत जरूर करें.
लोग नहीं करते शिकायत, ये सबसे बड़ी कमी
किसलय कहते हैं कि इस तरह की व्हाट्सएप कॉल्स की संख्या ज्यादा है लेकिन पुलिस में शिकायतें बहुत कम हो रही हैं. लोग या तो नंबर को ब्लॉक कर देते हैं, या उसे ऐसे ही छोड़ देते हैं, या डिलीट कर देते हैं. यह समाधान नहीं है. आपको उस नंबर की डिटेल पुलिस को जरूर देनी चाहिए क्योंकि शिकायत के बाद यह नंबर साइबर सेल में रजिस्टर हो जाता है और अगर इससे कॉल्स होते हैं तो पुलिस उसको रिकॉर्ड भी करती है और अपराधी को पकड़ती भी है. इसलिए पुलिस में शिकायत जरूर करें.
नजदीकी पुलिस स्टेशन में नहीं जा रहे हैं तो लोग साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. या फिर नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी अपनी शिकायत रजिस्टर कर सकते हैं.
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Tags: Cyber Attack, Cyber Crime, Cyber Crime News, Cyber Fraud, Cyber Knowledge
FIRST PUBLISHED : March 28, 2024, 15:07 IST