पाकिस्तान की शीर्ष जांच एजेंसी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सरकारी अधिकारियों को विद्रोह के लिए उकसाने के आरोप में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

पाकिस्तान की शीर्ष जांच एजेंसी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सरकारी अधिकारियों को विद्रोह के लिए उकसाने के आरोप में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मीडिया में आई खबर के अनुसार, जांच और तकनीकी अधिकारियों वाली संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) की टीम पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापक खान से उनके आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर एक विवादास्पद पोस्ट के संबंध में पूछताछ करने के लिए अदियाला जेल पहुंची।
‘डॉन’ समाचार पत्र ने सूत्रों के हवाले से बताया कि एफआईए ने खान के खिलाफ सरकारी अधिकारियों को विद्रोह के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। खान (71) ने जोर देकर कहा कि वह अपने वकीलों की उपस्थिति के बिना पूछताछ नहीं करने देंगे, जिसके बाद एफआईए के कर्मी वापस लौट गए। पिछले साल से अदियाला जेल में बंद खान अकसर ‘एक्स’ पर सेना की आलोचना करते रहै हैं।
खान ने शुक्रवार को अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर लिखा था कि इस देश के इतिहास में यह पहली बार नहीं है कि एक व्यक्ति (सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर का जिक्र करते हुए) ने सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए पूरे देश को दांव पर लगा दिया है। (जनरल) याह्या खान ने भी सत्ता में बने रहने के लिए अवामी लीग और शेख मुजीबुर रहमान को धोखा दिया था।
इससे पहले पाकिस्तान के एक उच्च न्यायालय ने गुरुवार को सरकार से जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से जुड़े मामले की सैन्य अदालत में संभावित सुनवाई को लेकर जारी अनिश्चितता पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा। इस्लामाबाद हाई कोर्ट नौ मई, 2023 की हिंसा में खान की संलिप्तता को लेकर खान की संभावित सैन्य हिरासत और मुकदमे को रोकने के लिए दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रहा था। इमरान की की गिरफ्तारी के बाद उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के समर्थकों ने कथित तौर पर नौ मई, 2023 को सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया था।