इजरायली सेना ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। गुरुवार को सेना ने घोषणा की कि तीन महीने पहले किए गए हवाई हमलों में हमास सरकार के प्रमुख रावी मुश्ताहा और दो वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों को मार गिराया गया। यह हमला उत्तरी गाजा के एक भूमिगत परिसर पर किया गया था, जिसे हमास के कमांड और कंट्रोल सेंटर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। इजरायली सेना के मुताबिक, मुश्ताहा और कमांडर समेह अल-सिराज और समी औदेह हमले के दौरान वहीं शरण लिए हुए थे।
इजरायली सेना के बयान के अनुसार, “मुश्ताहा हमास के शीर्ष नेताओं में से एक थे और हमास की बल तैनाती से जुड़े फैसलों पर उनका सीधा प्रभाव था।” समेह अल-सिराज हमास के राजनीतिक ब्यूरो में सुरक्षा पोर्टफोलियो संभालते थे, जबकि समी औदेह एक महत्वपूर्ण कमांडर थे।
मुश्ताहा को हमास के शीर्ष नेता यह्या सिनवार का करीबी माना जाता था, जिसे 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमले की साजिश में शामिल बताया जा रहा है। सिनवार के फिलहाल गाजा में कहीं छिपे होने की संभावना जताई जा रही है।
गाजा पर जारी इजरायली हमले
उधऱ इजरायल के गाजा पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। हाल ही में दक्षिणी गाजा में भीषण हवाई हमले किए गए, जिसमें 51 लोगों की मौत हो गई। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। यह हमले तब किए गए जब इजरायल पर ईरान की तरफ से मिसाइलें दागी गई थीं। 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद से इजरायल ने गाजा में लगातार हमले तेज कर दिए हैं।
लेबनान में भी बमबारी
इजरायल की बमबारी सिर्फ गाजा तक सीमित नहीं है। लेबनान पर भी इजरायली हवाई हमले जारी हैं। ताजा हमलों में बेरूत के बाचौरा इलाके में संसद के पास एक इमारत को निशाना बनाया गया, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और सात लोग घायल हो गए। यह हमला लेबनान की सरकार के मुख्यालय के पास हुआ, जिसे अब तक का सबसे करीबी इजरायली हमला माना जा रहा है।