Thursday, June 26, 2025
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हाय रे लहसुन की महंगाई! खुदरा में ₹400 प्रति किलो, थोक में एक क्विंटल का दाम ₹35000…फिर भी मुसीबत में क्‍यों किसान?


नई दिल्‍ली. देशभर में पिछले कुछ महीनों से लहसुन का भाव सातवें आसमान पर है. यह आमलोगों की थाली से दूर हो चुका है. मौजूदा समय में लहसुन 400 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है, ऐसे में यह सामान्‍य लोगों की पहुंच से दूर हो चुका है. इससे लहसुन उत्‍पादक किसान खुश हैं, लेकिन उनके लिए एक नई परेशानी भी खड़ी हो गई है. अब उन्‍हें अपने खेतों की रखवाली और सुरक्षा के लिए सिक्‍योरिटी गार्ड रखने पड़ रहे हैं. CCTV कैमरे तक लगाने पड़ रहे हैं. लहसुन की खेतों की रखवाली के लिए उन्‍नत नस्‍ल के कुत्‍तों का भी इस्‍तेमाल किया जा रहा है. दूसरी तरफ, खुदरा के साथ ही थोक में भी लहसुन का भाव काफी ज्‍यादा है.

मध्य प्रदेश में लहसुन की आसमान छूती कीमतों की वजह से कुछ किसानों को सीसीटीवी कैमरे लगाने पड़ रहे हैं. और तो और किसानों को बंदूकधारी गार्डों को काम पर रखने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. साथ ही खुदरा और थोक बाजार में लहसुन की उछाल मारती कीमतों के बीच किसान अपनी उपज को चोरों से बचाने में जुटे हैं. कई किसानों का कहना है कि राज्य के खुदरा बाजार में लहसुन की कीमतें 400 रुपये प्रति किलोग्राम से ऊपर पहुंच गई हैं, जबकि थोक बाजारों में लहसुन की कीमत 30 से 35 हजार रुपये प्रति क्विंटल के बीच है.

यहां हीरे-जेवरात से कीमती हुए लहसुन, खेतों में लगवाई जा रही ‘सीक्रेट आंख’, खूंखार कुत्तों से रखवाली करवा रहे किसान

किसानों के लिए नई मुसीबत
मध्‍य प्रदेश के उज्जैन जिला मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर दूर चिंतामन मार्ग पर मंगरोला गांव में सुरक्षा गार्ड और हथियारबंद किसानों को फसल से भरे खेतों में घूमते हुए देखा जा सकता है, जबकि कई संपन्न किसान सीसीटीवी कैमरों की मदद से घर बैठे अपनी खेतों की निगरानी कर रहे हैं. किसान भरत सिंह बैस ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘चोर कई किसानों की उपज हथिया चुके हैं, इसलिए मैं अपने लाइसेंसी हथियार के साथ अपनी 13 बीघा जमीन की रखवाली कर रहा हूं. यहां मैंने लहसुन लगाया हुआ है.’

हाय रे लहसुन की महंगाई! खुदरा में ₹400 प्रति किलो, थोक में एक क्विंटल का दाम  ₹35000...फिर भी मुसीबत में क्‍यों किसान?

किसानों को एक किलो के मिल रहे 200 रुपये
भरत सिंह बैस ने आगे कहा कि पिछले दो वर्षों से हमें लहसुन की खेती में भारी नुकसान हुआ है. हालांकि, इस वर्ष भाग्य ने हमारा साथ दिया है. किसानों को फसल के लिए 200 रुपये प्रति किलोग्राम का भाव मिल रहा है. हमारी लहसुन की फसल अगले 15 दिनों में पक जाएगी इसलिए हम इस तरह अपनी फसल की रखवाली कर रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक, मंदसौर जिले में करीब 30 हजार किसान 91 हजार टन लहसुन की पैदावार करते हैं. राज्य के रतलाम, छिंदवाड़ा, आगर मालवा, इंदौर, देवास और शाजापुर जिलों में भी लहसुन उगाया जाता है.

Tags: Agriculture producers, Business news, National News



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