Sunday, February 23, 2025
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2010 तक US सबसे ताकतवर देश था, अब…जियो-पॉलिटिक्‍स में भारत के रोल पर क्‍या बोले अमेरिकी प्रोफेसर मियर्सहाइमर?


हाइलाइट्स

अमेरिकी प्रोफेसर मियर्सहाइमर ने भारत को एक उभरती हुई महाशक्ति करार दिया.
प्रोफेसर ने इंडिया राइजिंग समिट 2024 में रूस, चीन और अमेरिका पर भी बात की.

नई दिल्‍ली. अमेरिकी राजनीतिक वैज्ञानिक जॉन जे. मियर्सहाइमर ने मंगलवार को भारत को एक “महत्वाकांक्षी महान शक्ति” बताया, जो अमेरिका, चीन और रूस से जुड़ी जियो-पॉलिटिकल ताकतों के बीच बढ़ती जा रही है. नई दिल्ली में सीएनएन न्यूज18 के ‘राइजिंग भारत समिट 2024’ में बोलते हुए मियरशाइमर ने कहा कि एकध्रुवीय चरण के दौरान अमेरिका सबसे शक्तिशाली देश था, जो 1991 में सोवियत संघ के पतन के साथ शुरू हुआ और लगभग 2010 के मध्‍य तक चला.

मियर्सहाइमर ने कहा कि आज दुनिया मल्‍टीपोलर (बहुध्रुवीय) है, जहां महान शक्तियां प्रभुत्व के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं. “2017 तक, व्लादिमीर पुतिन ने रूस को डेड होने से बचा लिया था और फिर रूस एक महान शक्ति के रूप में वापस आ गया और चीन भी 1990 के दशक और 21वीं सदी के पहले 17 वर्षों के दौरान हुई सभी आर्थिक वृद्धि के कारण महान शक्ति बनकर उभरा.”

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भारत महत्‍वकांक्षी महाशक्ति…
‘जियो-कैलकुलस: क्रैकिंग द कोड’ शीर्षक वाले सत्र के दौरान, अमेरिकी विशेषज्ञ ने कहा कि दुनिया अब एक ऐसी प्रणाली में है जहां चीन, रूस और अमेरिका तीन महान शक्तियां हैं. यह पूछे जाने पर कि भारत कहां खड़ा है और क्या यह एक सेतु बनाने वाली शक्ति के रूप में भूमिका निभा सकता है, मियरशाइमर ने कहा कि भारत एक महत्वाकांक्षी महान शक्ति है. “अंतरराष्‍ट्रीय प्रणाली में महान शक्ति के दो निर्माण खंड जनसंख्या का आकार और धन हैं. एक महान शक्ति के रूप में योग्य होने के लिए आपको बहुत अधिक धन और बहुत सारे लोगों की आवश्यकता होती है. चीजें भारत के पक्ष में तेजी से बदल रही हैं.”

2010 तक US सबसे ताकतवर देश था, अब…जियो-पॉलिटिक्‍स में भारत के रोल पर क्‍या बोले अमेरिकी प्रोफेसर मियर्सहाइमर?

चीन को महान शक्ति नहीं माना जाता था…
यूक्रेन संघर्ष की भविष्यवाणी करने के लिए जाने जाने वाले प्रोफेसर मियर्सहाइमर ने सुरक्षा मुद्दों और अंतरराष्‍ट्रीय राजनीति के बारे में विस्तार से लिखा है. उन्होंने सात पुस्तकें प्रकाशित की हैं, जिनमें ‘द ट्रेजेडी ऑफ ग्रेट पावर पॉलिटिक्स’ भी शामिल है. वर्तमान जियो-पॉलिटिकल परिदृश्य की स्थिति के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा, “चीन को हाल तक एक महान शक्ति नहीं माना जाता था क्योंकि उसके पास धन नहीं था, लेकिन उसके पास जनसंख्या का आकार था. भारत के पास निश्चित रूप से जनसंख्या का आकार है, और यह साल दर साल और अधिक समृद्ध होता जा रहा है.”

Tags: News18 Rising India Summit, Rising Bharat Summit



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