Thursday, June 26, 2025
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खर्राटे लेना हो सकता है जानलेवा बीमारी का संकेत, ना लें हल्‍के में, नए रिसर्च से हुआ खुलासा


हाइलाइट्स

यह समस्‍या 83% पुरुषों और 71% महिलाओं में देखने को मिलती है जो काफी कॉमन है.
आप घर पर नई तकनीकों की मदद से खरार्टे से होने वाले खतरे पर नजर रख सकते हैं.

Snoring can be sign of high blood pressure: खर्राटे लेना एक सामान्‍य बात है. यह पाया गया है कि हर इंसान कभी ना कभी खर्राटे लेता ही है. लेकिन अगर यह समस्‍या रोज हो रही है तो यह खतरे की घंटी भी हो सकती है. आमतौर पर लोग इसे बुरी आदत मानते हैं और शर्मिंदगी महसूस करते हैं. लेकिन शर्मिंदगी की बजाय अगर आप डॉक्‍टर से बात करें और टेस्‍ट कराएं तो यह आपकी सेहत के लिए बेहतर होगा. आपको बता दें कि अगर आप इसे अधिक दिनों तक इग्‍नोर करें तो यह गंभीर बीमारी का अलार्म बन सकता है.  जी हां, एक शोध में भी यह पाया गया है कि अगर इंसान लगातार खर्राटे ले रहा है और यह परेशानी कई दिनों से चली आ रही है तो यह अनकंट्रोल्ड हाइपरटेंशन या हाई ब्‍लड प्रेशर की समस्‍या का लक्षण हो सकता है.

क्‍यों होता है खर्राटा
मेडिकल न्यूज टूडे
के मुताबिक, खर्राटे की आवाज तब बाहर आती है जब अपर एयरवेज यानी ऊपरी वायुमार्ग में नरम ऊतक सिकुड़ जाता है और यह कंपन करने लगता है. यह समस्‍या 83% पुरुषों और 71% महिलाओं में देखने को मिलती है जो काफी कॉमन है. यह तब होता है जब सांस के वक्‍त अपर एयरवेज में रुकावट आती है, स्लीप एपनिया की समस्‍या होती है या कैरोटिड धमनियों(carotid arteries) के आसपास कुछ डैमेज हुआ होता है.

खर्राटे लेने के नुकसान
खर्राटे लेना दरअसल हाई ब्‍लड प्रेशर का संकेत हो सकता है, जिससे नींद की क्‍वालिटी खराब हो सकती है और इस तरह हाई बीपी आउट ऑफ कंट्रोल तरीके से बढ़ सकता है. यह समस्‍या जानलेवा ना बने इसके लिए रिसर्च टीम ने यह सुझाव दिया है कि बेहतर होगा कि लोग बीच बीच में लोग सेल्‍फ रिपोर्टेड डेटा या शॉर्ट टर्म ऑब्‍जर्वेशन में रहें. आप घर पर रह कर भी इन नई तकनीकों की मदद से खरार्टे से होने वाले खतरे पर नजर रख सकते हैं और सुधार की दिशा में काम कर सकते हैं.

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कैसे किया गया शोध
यह शोध उन लोगों पर किया गया जिन लोगों ने साल 2020, 2021 में अपने गद्दे के नीचे स्लीप सेंसर और रक्तचाप मॉनिटर का उपयोग किया. एपनिया-हाइपोमेनिया इंडेक्स (ईएएचआई) की मदद से खर्राटों का पता लगाया और नींद के चरणों की पहचान की गई. साथ ही ब्लड प्रेशर मॉनिटर का उपयोग करते हुए ब्‍लड प्रेशर का रिकॉर्ड किया गया.

क्‍या पता चला
अगर नियमित रूप से खर्राटे आ रहे हैं तो इसका संबंध गहरे रूप से हाई ब्‍लड प्रेशर या अनकंट्रोल्‍ड हाइपरटेंशन से जुड़ा है. शोध में पाया गया कि यह समस्‍या मिडिल एज पुरुषों में अधिक देखने को मिली, खासतौर पर जिनका वजन सामान्‍य से अधिक था. यह भी पाया गया कि यह समस्‍या स्‍लीप रिलेटेड प्रॉब्‍लम की वजह से भी हो सकती है जिसे इलाज की मदद से ठीक किया जा सकता है.

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Tags: Health, Lifestyle



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