अनूप पासवान/कोरबाः- हम अपने शरीर के बाहरी अंगों को देखते हैं और पूरी तरह से इनका ध्यान रखते हैं. बाकी अंगों तरह ही हमारे कान भी शरीर का महत्वपूर्ण अंग हैं. इसके बावजूद हम उनपर ध्यान नहीं देते, बल्कि लापरवाही से उन्हें नुक़सान पहुंचाते रहते हैं. कानों के प्रति हमारी लापरवाही से कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें कान में दर्द, सूजन, संक्रमण, कान बहना, कान के पर्दे फटना शामिल है. इसलिए कानों की सेहत पर ध्यान देना जरूरी है. वर्ल्ड हियरिंग डे पर हमने नाक, कान एवं गला रोग विशेषज्ञ डॉ. नीलेश भट्ट से बातचीत की.
डॉ. नीलेश भट्ट ने बताया कि आजकल लोग गाने सुनने के लिए कानों की सेहत को भूल जाते हैं, ईयरफोन्स या हेडफोन्स में लगाकर ऊंची आवाज में गाने सुनते हैं. ईयरफोन्स या हेडफोन्स लगाकर ऊंची आवाज में गाना सुनना या गेम खेलना कानों को नुकसान पहुंचा सकती है. अगर आप ईयरफोन्स लगाकर तेज आवाज में गाना सुनते हैं, तो यह आपके कान के परदे और नस को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे आपके सुनने की क्षमता कम हो सकती है. लगातार घंटों तक ईयरफोन्स या हेडफोन्स लगाने से कान मे नमी आने लगती है और इस संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
समस्या का कैसे करें उपाय
डॉक्टर नीलेश भट्ट ने बताया कि ज्यादातर छोटे बच्चों में कान बहने की समस्या देखने को मिलती है. इस समस्या से घबराकर तत्काल इलाज करवाने के लिए कान रोग विशेषज्ञ के पास लोग पहुंचते हैं. उन्होंने बताया कि ज्यादातर मामलों में कान में कोई इंफेक्शन नहीं होता. इस समस्या का कारण यह होता है कि बच्चा जब लेटकर दूध पिता है और माँ उसे उठाकर डकार नहीं दिलवाती, तो बच्चों के मुंह का दूध कान तक पहुंच जाता है और वहां संक्रमण होने लगता है. इससे बच्चों के कान बहने की समस्या होने लगती है. इसका सरल उपाय यही है कि जब भी बच्चा दूध पिए, तो उसे डकार अवश्य दिलाए.
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ना करें यह गलती
ज्यादा हेडफोन लगाने, इयरबर्ड या उंगली को कान में डालने पर कान में संक्रमण या अन्य समस्याएं हो सकती हैं. कान की बनावट ऐसी है कि अंदर की गंदगी स्वयं ही बाहर आती है. इसलिए इयरबर्ड्स का इस्तेमाल करने से बाहर के डस्ट भी अंदर की और चले जाते हैं. इयरबर्ड्स के इस्तेमाल से कई बार कान के अंदर की त्वचा छिल जाने के कारण भी संक्रमण हो सकता है. वहीं कानों में कई बार हवा का अत्यधिक दबाव, कान का मैल, साइनस का संक्रमण, कान में शैम्पू या पानी चला जाना, कानों में किसी अन्य माध्यम से सफाई करने पर और अंदर चोट लगने के कारण नुकसान पहुंच सकता है.
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FIRST PUBLISHED : March 2, 2024, 20:07 IST