ऐप पर पढ़ें
असम के शिक्षा मंत्री डॉ रनोज पेगु ने कक्षा 10वीं के छात्रों को राहत देते हुए एक अच्छी खबर दी है। उन्होंने कहा कक्षा 10वीं की गणित की परीक्षा में अगर प्रश्न सिलेबस से बाहर से पूछे जाते हैं, तो सभी छात्रों को परीक्षा में पूरे अंक दिए जाएंगे। चाहे किसी छात्र ने उस प्रश्न को हल किया हो या नहीं।
आपको बता दें, राज्य में बोर्ड परीक्षा चल रही है, ऐसे में राज्य के कुछ हिस्सों में छात्रों ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि गणित के पेपर में कुछ प्रश्न सिलेबस से बाहर से पूछे गए थे और उन्हें अपनी गलती के बिना 100 में से कम से कम 25 अंक गंवाने पड़ सकते हैं। वहीं छात्रों की ओर से लगाया गया ये आरोप सही साबित होता है तो सभी छात्रों को पूरे अंक दिए जाएंगे।
इस मुद्दे पर मीडिया को संबोधित करते हुए पेगु ने कहा कि विभागीय जांच शुरू कर दी गई है और रिपोर्ट मिलने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “माध्यमिक शिक्षा बोर्ड असम (एसईबीए) को मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया है। यदि आरोप सही हैं, तो प्रत्येक छात्र को ये 25 अंक मिलेंगे।”
कक्षा 10वीं की फाइनल परीक्षा है, जिसे हाईस्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (एचएसएलसी) के रूप में भी जाना जाता है, असम में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, असम (एसईबीए) द्वारा आयोजित की जाती है। परीक्षा 16 फरवरी से शुरू हुई थी, जिसमें राज्य भर से कुल 4,25,965 छात्र बैठे हैं।
आपको बता दें, परीक्षा के पहले दिन कछार जिले से प्रश्नपत्र लीक होने का मामला सामने आया था। परीक्षा शुरू होने के कुछ मिनट बाद ‘जनरल इंग्लिश’ विषय का प्रश्न पत्र व्हाट्सएप पर सर्कुलेट होता पाया गया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रश्न पत्र कछार के नेनामिया स्कूल से लीक हुआ था। वहीं इस मामले में अभी तक असम पुलिस ने एक शिक्षक समेत चार लोगों को हिरासत में ले लिया है।