सोनिया मिश्रा/ रुद्रप्रयाग.आंखें हमारे शरीर में सबसे नाजुक और अहम अंग हैं, क्योंकि इसी से हम पूरी दुनिया देख पाते हैं, लेकिन बदलते दौर, खानपान, मोबाइल फोन व अन्य गैजेट्स आदि से हमारी आंखों को नुकसान पहुंच रहा है और हमें दिन-ब-दिन आंखों की रोशनी से संबंधित दिक्कतें देखने को मिल रही हैं. अब यह दिक्कत बढ़ती उम्र के साथ आए तो एक आम सी बात नजर आ सकती है, लेकिन कुछ ऐसी बीमारियां भी हैं, जिनसे छोटी सी उम्र में ही आंखों के साथ दिमाग पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है. उन्हीं में से एक है ग्लूकोमा. ग्लूकोमा रिसर्च फाउंडेशन के मुताबिक भारत में एक करोड़ से ज्यादा लोग ग्लूकोमा के शिकार हैं.
क्या होता है ग्लूकोमा?
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग स्थित जिला अस्पताल के नेत्र विशेषज्ञ डॉ अमित ने Local 18 से बातचीत में कहा कि ग्लूकोमा को काला मोतियाबिंद भी कहा जाता है. यह आंखों की ऐसी बीमारी है, जो धीरे-धीरे आंखों की रोशनी छीन लेती है. इसमें हमारी ऑप्टिक नर्व क्षतिग्रस्त हो जाती है. ऑप्टिक नर्व्स ही हमारे रेटिना को दिमाग से जोड़ती है. इनके डैमेज हो जाने से दिमाग को संकेत मिलना बंद हो जाते हैं, जिससे दिखना बंद हो जाता है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी के गंभीर हो जाने पर दृष्टि को वापस लाना असंभव हो जाता है, क्योंकि ये नर्व्स ही आंखों से दिख रही पिक्चर को सिग्नल के रूप में ले जाकर दिमाग तक पहुंचाती है, जिसके बाद हम देख पाते हैं लेकिन इसके क्षतिग्रस्त होने से यह आंखों के साथ दिमाग पर भी बुरा प्रभाव डालता है.
ग्लूकोमा की बीमारी क्यों होती है?
डॉ अमित लोकल 18 को बताते हैं कि आंखों पर प्रेशर बढ़ने से ग्लूकोमा होता है, जिसे इंट्राऑकुलर प्रेशर कहते हैं. स्वस्थ आंख तरल पदार्थ से भरी होती है, जो आंखों को प्रेशर से बचाने में मदद करता है और समय-समय पर यह बाहर निकलता रहता है. ये साइकिल ऐसे ही चलती रहती है लेकिन जब इस साइकिल का संतुलन बिगड़ता है, तो इससे आंखों प्रेशर पड़ने लगता है. इसका कारण अनहेल्दी डाइट, मोबाइल-लैपटॉप का अत्यधिक इस्तेमाल है.
ग्लूकोमा से बचाव के उपाय
ग्लूकोमा को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है. हालांकि, लक्षण दिखते ही इसके जल्द से जल्द इलाज सेइसे नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है.
यह सुनिश्चित करने के कुछ बेहतर तरीके हैं कि हम ग्लूकोमा का जल्द पता लगा लें. समय-समय पर आंखों का चेकअप कराएं. हेल्दी डाइट लें. ऐसी चीजों का सेवन करें, जो आंखों के लिए अच्छी हों, जैसे- ड्राई फ्रूट्स, कीवी, अंगूर, हरी सब्जियां, टमाटर, हरी मटर, पपीता, गाजर, आंवला, फलियां, ब्रॉकली, अगर नॉनवेज खाते हैं तो मछली.
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FIRST PUBLISHED : March 19, 2024, 13:08 IST