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उत्तर प्रदेश के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर के द्रोणाचार्य सेंटर से घर बैठे छात्र पढ़ाई कर एकलव्य बनेंगे। विवि पहली बार डिस्टेंस लर्निंग एजुकेशन के तहत स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई शुरू कर रहा है। इसमें छात्रों को विवि कैम्पस आना जरूरी नहीं है। वह घर बैठे ऑनलाइन, रिकॉर्डेड लेक्चर और पठन-पाठन सामग्री से पढ़ाई कर सकेगा। इस सेंटर के निदेशक प्रो. संदीप कुमार सिंह हैं। एजुकेशन डिस्टेंस लर्निंग काउंसिल की गाइडलाइन कोबनी कमेटी की चेयरपर्सन प्रो. अंशु यादव होंगी।
यूजीसी की श्रेणी-1 में शामिल होने के बाद सीएसजेएमयू को डिस्टेंस लर्निंग एजुकेशन की अनुमति मिल गई है। इसके तहत विवि ने द्रोणाचार्य सेंटर फॉर ऑनलाइन एंड डिस्टेंस लर्निंग एजुकेशन शुरू किया है। विवि की कार्य परिषद ने भी सहमति दे दी है। कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की पहल के बाद प्रोफेसर्स की टीम ने ऑनलाइन डिस्टेंस लर्निंग एजुकेशन की पूरी प्रक्रिया तैयार कर ली है। सत्र 2024-25 में डिस्टेंस लर्निंग एजुकेशन के तहत दाखिले होंगे। वर्तमान में सिर्फ बीए व एमए के विभिन्न विषयों में प्रवेश होंगे। छात्रों को विवि की ही डिग्री दी जाएगी।
सप्ताह में दो दिन ऑनलाइन क्लास : विवि के मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल शर्मा ने बताया कि छात्रों की समस्याओं का समाधान किया जा सके, इसके लिए सप्ताह में दो दिन ऑनलाइन क्लास भी होगी। विवि में एक करोड़ के फंड से एक लैब स्थापित हो रही है। लैब में छात्रों के लिए सप्ताह में दो दिन लगने वाली कक्षा में वास्तविक रूप से उपस्थित होकर पढ़ाई करने का विकल्प होगा। जल्द ही डिस्टेंस लर्निंग एजुकेशन के तहत सभी सामान्य व प्रोफेशनल कोर्स शुरू किए जाएंगे, जिसमें प्रैक्टिस नहीं होता है।
द्रोणाचार्य सेंटर से घर बैठ पढ़ाई कर बनेंगे एकलव्य
नए सत्र से डिस्टेंस लर्निंग एजुकेशन के तहत प्रवेश होंगे। पहले चरण में बीए और एमए के विषय के पाठ्यक्रम शुरू होंगे। जल्द ही विषय और सिलेबस तय हो जाएगा। इससे दूरदराज इलाकों में रहने वाले मेधावियों को कैम्पस के शिक्षकों से पढ़ने का मौका मिलेगा।- प्रो. विनय कुमार पाठक, कुलपति, सीएसजेएमयू