यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक बीआईटी मेसरा की 18 छात्राओं ने संस्थान में आयोजित कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए सफलता प्राप्त की है। यह प्लेसमेंट ड्राइव दाना आनंद इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पुणे की ओर से विशेष रूप से छात्राओं के लिए आयोजित था। चयनित छात्राएं डिप्लोमा के ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनि- यरिंग और मैकेनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच से हैं। इनमें आदिम जनजाति की एक, अनुसूचित जनजाति (एसटी) की 7, सामान्य कोटि की तीन और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की 7 छात्राएं हैं।
इन्हें मिली सफलता: आदिम जनजाति वर्ग की शिवानी कुमारी, अनसूचित जनजाति की पूर्णिमा कुमारी, पूजा उरांव, अनीशा एक्का, निकिता कुमारी, प्रीति कच्छप, कोमल उरांव, नेहा राजश्री तिर्की, ओबीसी कोटि की अंशु कुमारी, सिद्धि कुमारी, रागिनी कुमारी, पल्लवी महतो, दिव्या कुमारी, निशा कुमारी, रिया कुमारी और सामान्य वर्ग से इशिका पाठक, कशिश श्रीवास्तव और अंकिता मल्लिक शामिल हैं।
चयनित छात्राओं को वार्षिक सीटीसी 2,05,143 रुपये, रिटेंशन बोनस 10 हजार रुपये (प्रथम वर्ष पूरा होने पर) के अलावा नि:शुल्क आवास, रियायती दर पर भोजन, परिवहन और कैंटीन की सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही चिकित्सा बीमा की सुविधा भी दी जाएगी।
सफलता से उत्साहित हैं छात्राएं: दुमका की आदिम जनजाति (माल पहाड़िया) की छात्रा शिवानी कुमारी ने बताया कि इससे पूर्व उनका चयन हिताची और सुब्रोस कंपनी में भी हुआ है। हर प्लेसमेंट ड्राइव में उसने बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास किया। शिवानी बताती हैं कि संस्थान में लैब प्रशिक्षण काफी अच्छा दिया जा रहा है। बोकारो की अनूसूचित जनजाति की निकिता ने बताया कि यह उनका दूसरा प्लेसमेंट ड्राइव था, जिसमें उन्हें सफलता मिली है। इससे पूर्व सुब्रोस में चयन हुआ था।
ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के संयोजक डॉ सतीश कुमार व निदेशक डॉ विनय शर्मा ने सभी चयनित छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
शोधार्थियों ने प्रस्तुत किए अपने शोधपत्र
रांची। बीआईटी मेसरा के यांत्रिकी अभियांत्रिकी विभाग में एसईआरबी से प्रायोजित थर्मो-फ्लूड्स और सिस्टम डिजाइन पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शुक्रवार को देश-विदेश के शोधार्थियों, प्राध्यापकों व वैज्ञानिकों ने अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए। ये शोध पत्र विभिन्न क्षेत्र से संबंधित हैं जो वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। प्रकाशन उच्च कोटि के रिसर्च जर्नल में किया जाएगा।
विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से बांधा समां
रांची। बीआईटी मेसरा में विकसित भारत महोत्सव में शनिवार को क्रिएटिव आर्ट्स के विद्यार्थियों ने गीत-संगीत की प्रस्तुति दी। प्रेम कात्यायन, निशु, आर्या व रागिनी ने अपनी आवाज से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। आचार्य हरीशानंद अवधूत का ऑस्ट्रेलिया से ऑनलाइन सत्र हुआ। पैनल वार्ता में वास्तुकला एवं योजना विभाग के छात्रों ने हिस्सा लिया।