ऐप पर पढ़ें
भारतीय पंजाबी सिंगर और अभिनेता दिलजीत दोसांझ के कनाडाई शो को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल कनाडा के आपातकालीन तैयारी मंत्री हरजीत सज्जन ने वैंकूवर में दिलजीत दोसांझ के म्यूजिक शो के लिए 100 कनाडाई सशस्त्र बलों (सीएएफ) के सैनिकों की मांग की थी। मंत्री इन कनाडाई सैनिकों को दिलजीत दोसांझ के बैकग्राउंड में नचाना चाहते थे।
कनाडाई मीडिया आउटलेट्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्री के इस अनुरोध को बाद में खुद सेना ने खारिज कर दिया था। दिलजीत का ये शो 27 अप्रैल को ब्रिटिश कोलंबिया के वैंकूवर में स्थित बीसी प्लेस स्टेडियम में हुआ था। इसी शो में कनाडाई सैनिकों को बैकग्राउंड में नाचने का प्रस्ताव रखा गया था। यह कॉन्सर्ट दोसांझ के ‘दिल-लुमिनाती’ टूर का हिस्सा था, जिसकी शुरुआत बीसी प्लेस में 54,000 लोगों से खचाखच भरे स्टेडियम से हुई थी। इसी के साथ यह भारत के बाहर सबसे बड़ा पंजाबी म्यूजिक कॉन्सर्ट बना था। दिलजीत का टूर 28 अप्रैल को शुरू हुआ और 13 जुलाई को टोरंटो के रोजर्स सेंटर में खत्म हुआ।
15 जुलाई को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो टोरंटो रोजर्स सेंटर में दिलजीत दोसांझ के संगीत कार्यक्रम से पहले अचानक उनसे मुलाकात करने पहुंचे थे। दोसांझ ने ट्रूडो के इस दौरे का वीडियो ‘इंस्टाग्राम’ पर साझा किया, जिसमें ट्रूडो और उन्हें एक दूसरे का, हाथ जोड़कर अभिवादन करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रूडो पंजाबी गायक को गले लगा रहे हैं।
इससे पहले 15 अप्रैल को दोसांझ की मैनेजर सोनाली सिंह ने भारतीय-कनाडाई मंत्री हरजीत सज्जन को एक पत्र भेजा था। इसमें कनाडाई सैनिकों से 27 अप्रैल को बीसी प्लेस में दोसांझ की परफॉर्मेंस के दौरान भाग लेने का अनुरोध किया था। सज्जन ने अपने समर्थन के साथ यह पत्र रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर को भेज दिया। सीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कनाडाई सशस्त्र बलों के कमांडरों ने “तंग समयसीमा और कर्मियों की उपलब्धता” के कारण अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था।
सज्जन की प्रेस सचिव जोआना कांगा ने बताया, “दिलजीत दोसांझ दुनिया के सबसे बड़े पंजाबी कलाकार हैं और वैंकूवर के सबसे बड़े स्टेडियम में कॉन्सर्ट के लिए सोल्ड-आउट होने वाले पहले पंजाबी कलाकार के रूप में इतिहास बनाने के कगार पर थे।” उन्होंने कहा, “मंत्री सज्जन ने सहमति व्यक्त की कि यह संगीत कार्यक्रम कनाडाई सशस्त्र बलों के लिए युवा कनाडाई लोगों के विविध समुदाय के साथ जुड़ने और उनके साथ संपर्क बढ़ाने का एक अच्छा अवसर होगा।” उन्होंने कहा कि यही वजह है कि मंत्री ने सैनिकों को बैकग्राउंड डांसर के लिए बुलाना चाहा।