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नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की 2018 में स्थापना की गई थी। एनटीए इस वर्ष नीट पेपर लीक और बहुत सारी परीक्षाओं को रद्द करने के कारण चर्चा में बना रहा है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी देश की ऐसी संस्था है जो देश की बहुत बड़ी-बड़ी परीक्षाओं का आयोजन कराती है। NEET मामले के दौरान बहुत सारे लोगों ने एनटीए की कार्यप्रणाली पर बहुत सवाल उठाए और बहुत लोगों ने तो एनटीए को बंद तक कर देनी की मांग की थी।
एनटीए फिर से चर्चा में आया है लेकिन इस बार पेपर कैंसिल करने के लिए नहीं बल्कि एनटीए की कमाई ने सब के होश उड़ा दिए हैं। आपको बता दें कि इंडियन नेशनल कांग्रेस (INC) के राज्यसभा सांसद विवेक के तन्खा ने 31 जुलाई 2024 को सरकार से यह सवाल पूछा था कि स्थापना से लेकर अभी तक एनटीए ने विभिन्न परीक्षाओं का आयोजन करा कर और विभिन्न सेवाओं के माध्यम से कितनी कमाई की है।
शिक्षा विभाग के राज्य मंत्री डॉक्टर सुकांत मजुमदार ने विवेक के तन्खा के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि एनटीए परीक्षा फीस के माध्यम से आत्मनिर्भर है। उन्होंने यह भी कहा कि एजेंसी ने 2023-2024 में फीस के माध्यम अनुमानित 1065.38 करोड़ रुपये की राशि इकट्ठी की है और कुल खर्च 1020.35 करोड़ रुपये है।
एनटीए ने 2018 से स्थापना के बाद कुल 240 परीक्षाओं का आयोजन कराया है और कुल 5.4 करोड़ छात्रों को शामिल किया है। एजेंसी ने 2022 में CUET-UG और PG की शुरुआत की थी। अगर आकड़ों की माने तो CUET परीक्षा आने के बाद फीस से प्राप्त हुई आय और कुल खर्च में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है। 2021-22 में फीस से प्राप्त हुई आय 490.35 करोड़ रुपये थी जो 2022-23 में बढ़कर 873.20 करोड़ रुपये हो गई है। फीस से प्राप्त हुई इन्कम 2023-24 में बढ़कर 1065.38 करोड़ रुपये हो गई है।
एनटीए में डेपुटेशन पर 22 कर्मचारी काम करते हैं। कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर 30 कर्मचारी काम करते हैं और 132 कर्मचारी आउट सोर्सिंग आधार पर काम करते हैं।
आपको बता दें कि एनटीए कॉमन यूनिवर्सिटी टेस्ट (CUET), ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE), NEET, UGC NET, CMAT, JIPMAT और AIAPGET परीक्षाओं का आयोजन कराती है।