Thursday, June 19, 2025
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15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर छोटा और आसान निबंध, एजुकेशन न्यूज़


Independence Day essay in Hindi : 15 अगस्त 1947 को भारत ने एक नए युग में प्रवेश किया था। यह वो दिन था जब 200 साल तक ब्रिटिश उपनिवेशवाद का दंश झेलने के बाद हमार देश भारत आजाद हुआ था। इस 15 अगस्त को हम अपनी स्वतंत्रता की 78वीं सालगिरह मना रहे हैं। अंग्रजों की 200 सालों की दासता के बाद देश आर्थिक रूप से लगभग जर्जर अवस्था में पहुंच गया था। ऐसे में 15 अगस्त का दिन भारतवासियों के लिए आजादी के बाद करीब 8 दशकों में हासिल हुई अपनी उपलब्धियों पर गौरवान्वित होने का दिन है। हर भारतीय 15 अगस्त के इस खास दिन को स्वतंत्रता दिवस के तौर पर बड़ी धूमधाम एवं उत्साह के साथ मनाता आ रहा है। इस साल भारत की आजादी को 77 बरस पूरे हो गए हैं। स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर स्कूलों व कॉलेजों में पोस्टर मेकिंग, लेख प्रतियोगिताएं तथा भाषण मुकाबले करवाए जाते हैं। स्टूडेंट्स इनमें बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। बच्चों को स्वतंत्रता दिवस का महत्व समझाने के लिए व उनमें देशभक्ति की भावना का संचार करने के लिए स्कूलों में भाषण ( 15 august independence day speech in hindi) , निबंध ( independence day essay in hindi ), कला, पेंटिंग व वाद विवाद संबंधी कई तरह की प्रतियोगिताएं होती हैं।

अगर आप स्कूल में निबंध प्रतियोगिता में हिस्सा लेने जा रहा हैं तो यहां से इसका उदाहरण ले सकते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध ( Swatantrata Diwas Nibandh )

15 अगस्त 1947 का दिन भारत के इतिहास और हर भारतीय नागरिक के लिए सबसे अहम दिन है। यही वह दिन है जब पहली बार भारत के लोगों ने एक आजाद देश में सांस लेना शुरू किया। आज हमारे देश को अंग्रेजों की 200 सालों की गुलामी से मुक्ति मिले 77 बरस पूरे हो गए हैं। भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस बडे़ धूम-धाम और पूरे उत्साह के साथ मना रहा है। यह ऐतिहासिक दिन है और हमारे देशवासियों के बीच देशप्रेम, समर्पण और एकता का प्रतीक है। सरकार के हर घर तिरंगा अभियान में देश की जनता पूरे जोश के साथ हिस्सा ले रही है। स्वतंत्रता दिवस का दिन देश में राष्ट्रीय अवकाश के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन भारत के उन महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी जाती है जिनके त्याग और बलिदान के चलते भारत तो अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी।

देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी को पाने के लिए हमने लंबा संघर्ष किया। अपना पूरा जीवन, पूरी जवानी आजादी को पाने में झोंक दी। देश को आजाद कराने में महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, मंगल पाण्डे, ,राजगुरु, सुखदेव, जवाहरलाल नेहरु, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक जैसे कई क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों का अहम योगदान रहा। भारत मां के इन सच्चे सपूतों के लंबे संघर्ष के कारण स्वतंत्रता का सपना साकार हुआ। आज 15 अगस्त, 1947 का जिक्र होते ही गर्व से हर भारतीय का सीना चौड़ा हो उठता है।

स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम दिल्ली के लाल किले पर होता है। स्वतंत्रता दिवस पर देश के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से जनता का अभिवादन स्वीकार करते हैं और राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराते है। 31 तोपों की सलामी दी जाती है। इसके बाद वह देश को संबोधित करते हैं। प्रधानमंत्री अपने भाषण में भावी योजनाओं के बारे में बताते हैं और देश की उपलब्धियों का भी जिक्र करते हैं।

अंग्रेजों की 200 सालों की गुलामी के बाद जब हमारा मुल्क आजाद हुआ गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, आर्थिक असमानता, महिलाओं की बदतर स्थिति, अशिक्षा जैसी समस्याओं से घिरा हुआ था। देश में अच्छे शैक्षणिक संस्थान और अस्पताल नहीं थे। शिक्षा और स्वास्थ्य की खराब स्थिति थी। लेकिन करीब 8 दशक की अवधि में भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। आज हम देख रहे हैं कि भारत ने न केवल विश्व मंच पर अपना यथोचित स्थान बनाया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में अपनी प्रतिष्ठा को लगातार बढ़ा रहा है। भारत, पूरी दुनिया में, विकास के लक्ष्यों और मानवीय सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

आजादी मिलने के बाद 77 वर्षों में हमने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। आईआईटी, आईआईएम, एम्स, इसरो, डीआरडीओ, आईसीएमआर जैसे संस्थान नई ऊंचाइयों को छूकर दुनिया भर में अपना डंका जा रहा है। भारत का परमाणु शक्ति संपन्न बनना, चंद्रयान-3 की सफलता और कोविड-19 वैक्सीन बनाना, पोलियो मुक्त होना इसके बड़े प्रमाण हैं। विज्ञान व तकनीक से लेकर आर्थिक, खेल, मनोरंजन, कला संस्कृति हर क्षेत्र में भारत का डंका दुनिया भर में बोल रहा है।

समय समय पर आईं केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं से बेटी से लेकर बुढ़ापे तक महिलाएं आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से आत्मनिर्भर और समृद्ध हुई हैं। स्टार्टअप से लेकर खेल-कूद तक, हमारे युवाओं ने उत्कृष्टता के नए आसमानों की उड़ान भरी है।

इन सबके बावजूद अभी भी बहुत कुछ हासिल करना बाकी है। भारत को वर्ष 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। लैंगिक व समाजिक समानता, न्याय सुनिश्चित करने के मामले में एक लंबा रास्ता तय करना है।

आइए, हम सभी अपने संवैधानिक मूल-कर्तव्य को निभाने का संकल्प लें तथा व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में उत्कर्ष की ओर आगे बढ़ने का सतत प्रयास करें ताकि हमारा देश निरंतर उन्नति करते हुए कर्मठता तथा उपलब्धियों की नई ऊंचाइयां हासिल करे।

हमारा संविधान हमारा मार्गदर्शक दस्तावेज है। संविधान की प्रस्तावना में हमारे स्वाधीनता संग्राम के आदर्श समाहित हैं। आइए, हम अपने राष्ट्र निर्माताओं के सपनों को साकार करने के लिए सद्भाव और भाई-चारे की भावना के साथ आगे बढ़ें। इस दिन सभी को राष्ट्र निर्माण, देश के विकास व रक्षा का संकल्प लेना चाहिए। साथियों स्वतंत्रता दिवस के दिन तिरंगा हर घर में फहराया जाना चाहिए। यह इस मुल्क की आजादी और रक्षा के लिए शहीद होने वाले वीरों को सच्ची सलामी होगी।



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