छत्तीसगढ़ की एसीबी टीम ने आज अनूपगढ़ में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष निर्मला गोदारा के घर पर सर्च अभियान चलाया। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ के कलक्टर समीर बिश्नोई के विरुद्ध दर्ज मामले के सिलसिले में की गई है। समीर बिश्नोई वर्तमान में छत्तीसगढ़ के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं, लेकिन, उनके कोयला घोटाले में लिप्त होने का आरोप है।समीर बिश्नोई का अनूपगढ़ में ससुराल होने के कारण एसीबी की टीम ने यहां सर्च अभियान चलाया।
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष निर्मला गोदारा, जो कि बिश्नोई के रिश्तेदार हैं, उनके घर पर सुबह सर्च की कार्रवाई की गई। एसीबी की टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से गोदारा के घर को अल सुबह सात बजे सर्च अभियान चलाया, जिससे किसी भी प्रकार की जानकारी बाहर न जा सके।
समीर बिश्नोई छत्तीसगढ़ कैडर के एक आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत में प्रशासनिक क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें एक सख्त और अनुशासित अधिकारी के रूप में जाना जाता था। लेकिन हाल ही में उनका नाम एक बड़े कोयला घोटाले में सामने आया है, जिसने उनकी प्रतिष्ठा को गंभीर झटका दिया है।
राजस्थान पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार सर्च अभियान के दौरान एसीबी के डीसीपी राहुल शर्मा ने अपनी टीम के साथ मिलकर घर की तलाशी ली। इस दौरान किसी भी प्रकार के बाहरी हस्तक्षेप से बचने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। एसीबी की टीम ने घर को पूरी तरह से बंद कर दिया है और तलाशी के बाद ही किसी प्रकार की जानकारी साझा की जाएगी।
कोयला घोटाले का मामला तब सामने आया जब छत्तीसगढ़ में कोयले के अवैध खनन और वितरण से संबंधित एक जांच शुरू की गई थी। इस घोटाले में कई उच्च पदस्थ अधिकारियों और व्यापारियों के नाम सामने आए हैं, जिनमें से समीर बिश्नोई भी एक हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध खनन और कोयले के वितरण में शामिल कुछ व्यक्तियों को लाभ पहुंचाया। एसीबी ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है।