मालदीव इस वक्त गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है। देश के मौद्रिक प्राधिकरण ने कुछ दिन पहले चेतावनी दी थी कि मुइज्जू सरकार का आधिकारिक डॉलर रिजर्व देश के इतिहास में पहली बार माइनस में चला गया है। यानी खर्च करने तक के पैसे नहीं बचे हैं। मुइज्जू सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाते हुए पूर्व वित्त मंत्री इब्राहिम अमीर का कहना है कि फिच और मूडीज जैसी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां जल्द ही मालदीव की क्रेडिट रैंकिग को डाउनग्रेड कर सकती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मालदीव सरकार कूटनीतिक प्रतिक्रियाओं को समझ नहीं पा रही है।
मालदीव के पूर्व वित्त मंत्री इब्राहिम अमीर ने रविवार को कहा कि मालदीव पर आर्थिक संकट गहरा होता जा रहा है और देश के मौजूदा वित्तीय संकट का मूल कारण अपेक्षित राजस्व पर निर्भरता है। पूर्व वित्त मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि मुइज्जू सरकार पैसे जुटाने के लिए दूसरे देशों से बातचीत के आधार पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि मालदीव सरकार को अब अहसास हो गया है कि चीजें ठीक से नहीं चल रही हैं। अमीर ने आगे कहा, “देश की राजकोषीय नीति और वित्तीय मामलों को इस तरह से आकार नहीं दिया जा सकता।”
गौरतलब है कि मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण (एमएमए) ने इसी सप्ताह की शुरुआत में देश के वित्त मंत्रालय को चेतावनी पत्र भेजा था कि कुछ ही दिनों बाद देश का उपयोग योग्य डॉलर रिजर्व खत्म हो जाएगा। देश के इतिहास में यह पहली बार है कि डॉलर रिजर्व माइनस में चला गया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुइज्जू सरकार पर 21 अगस्त तक 25 मिलियन डॉलर का तेल बिल बकाया था और बिल भुगतान करने के बाद रिजर्व धन माइनस में चला गया है।
इसके कुछ दिनों बाद, बैंक ऑफ मालदीव (बीएमएल) ने रविवार को रुफिया कार्ड के साथ डॉलर के लेन-देन को रोक दिया और पहले जारी किए गए क्रेडिट कार्ड की सीमा को घटाकर 100 डॉलर कर दिया। देश के राष्ट्रीय बैंक ने कहा कि ये बदलाव तुरंत प्रभावी हो गए हैं और कार्ड पर विदेशी मुद्रा खर्च के बढ़ते उपयोग और बैंक को विदेशी मुद्रा की स्थिर बिक्री के जवाब में ये बदलाव किए गए हैं।