राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) में महत्वपूर्ण पहल के तहत आने वाले दिनों में छात्र उच्च शिक्षा की डिग्री तय समय से पहले क्रेडिट अंक पूरा करके हासिल कर सकते हैं। क्रेडिट फ्रेमवर्क को इस तरह से बनाया जा रहा है, जिसमें छात्र चाहें तो तीन या चार साल की डिग्री पहले पूरी कर सकता है। उच्च शिक्षा के लिए नए रोजगार आधारित पाठ्यक्रम शुरू करने के साथ डिग्री को भी सीखने के लिहाज से तर्कसंगत बनाया जा रहा है। आईआईटीएम में स्वयं पोर्टल और ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में यह जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (उच्च शिक्षा विभाग) के अतिरिक्त सचिव सुनील कुमार बरनवाल ने दी।
सुनील कुमार बरनवाल ने कहा कि एनईपी केवल ऐसा दस्तावेज नहीं है, जो यह बताए कि भारत सरकार क्या करने जा रही है, बल्कि यह एक विजन दस्तावेज है कि देश क्या हासिल करना चाहता है। इसलिए, सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि शिक्षा और अनुसंधान से जुड़े हर संस्थान इस यात्रा का हिस्सा हैं। बरनवाल ने कहा, कोई छात्र आवश्यक क्रेडिट प्राप्त कर लेता है, तो वह तीन या चार साल से पहले अपनी डिग्री पूरी करने के बारे में सोच सकता है।
संस्थान पर ही नहीं, विद्यार्थियों पर भी फोकस शिक्षा मंत्रालय का मानना है, एनईपी का फोकस केवल संस्थान पर नहीं, बल्कि विद्यार्थियों पर भी है। इसलिए, कैंपस की पहुंच को व्यापक बनाते हुए ऑनलाइन और अन्य प्लेटफार्मों पर पाठ्यक्रम पूरा करने का लचीलापन इसमें शामिल है।