Wednesday, June 25, 2025
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डूरंड लाइन पर क्यों होता है खूनखराबा? पाकिस्तानी सेना ने 8 तालिबानियों को मार डाला; भारी तनाव


पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर गोलीबारी में तालिबान के कम से कम 8 लड़ाके मार दिए गए। जानकारी के मुताबिक इस भिड़ंत में दर्जनभर से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं। पाकिस्तान की मीडिया का कहना है कि अफगानिस्तान की तरफ से पिलवासिन इलाके में उकसावे के लिए गोलीबारी की गई थी। इसके बाद जवाबी कार्रवाई में अफगान लड़ाके मारे गए। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि तालिबान के दो कमांडर जान मोहम्मद और खलील भी गोलीबारी का शिकार हो गए।

पाकिस्तान सेना के भी कई जवान घायल हो गए हैं जिनमें एक कैप्टन भी शामिल है। पाकिस्तानी मीडिा का कहना है कि पिलवासिन में अफगान बलों ने चेकपोस्ट पर फायरिंग की थी। बीते कुछ दिनों से इस इलाके में अफगानिस्तान की तरफ से गोलीबारी की घटनाएं बढ़ गई हैं। पाकिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान के बढ़ते हमलों को लेकर भी दोनों देशों के बीच तनाव है। पाकिस्तान कई बार अफगानिस्तान की तालिबानी सरकार से हमले रोकने के लिए कह चुका है। हालांकि अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार का कहना है कि उसका इन हमलों में कोई हाथ नहीं है।

क्या है डूरंड लाइन, जहां होता है खूनखराबा

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच डूरंड लाइन है। हाल ही में तस्करी और घुसपैठ रोकने के लिए दोनों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत समझौता हुआ था। हालांकि अफगानिस्तान इस सीमा को नहीं मानता है। अफगानिस्तान का कहना है कि अंग्रेजों के समय में इस रेखा को पश्तूनों के लिए बनाया गया था। यह रेखा 1893 में अफगानिस्तानी शासक अब्दुर रहमान खान और ब्रिटिश इंडिया के बीच समझौते के तहत बनाई गई थी। इस सीमा की लंबाई 2600 किलोमीटर से भी ज्यादा है।

अफगानिस्तान की तरफ से घुसपैठ का आरोप लगाते हुए पाकिस्तान ने 2017 में डूरंड लाइन पर बाड़ लगाने का काम शुरू कर दिया था। अफगानिस्तान की पूर्व सरकार ने भी इसका विरोध किया था। वहीं मौजूदा तालिबानी सरकार को भी यह गवारा नहीं है। उनका कहना है कि यह असली सीमा नहीं है और पाकिस्तान ने इस इलाके में अवैध कब्जा कर रखा है। ऐसे में सीमा पर खूनखराबा अकसर होता रहता है।



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