इस बार विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने गठबंधन किया है, जबकि बीजेपी राज्य में अकेले चुनाव लड़ी है। महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी भी अकेले चुनाव लड़ रही है।
10 साल के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुए हैं। अब एग्जिट पोल और चुनावी नतीजों का सबको इंतजार है। चुनाव के नतीजे तो 8 अक्तूबर को आएंगे लेकिन उससे तीन दिन पहले यानी आज एग्जिट पोल के नतीजे जारी होने वाले हैं। आज हरियाणा में मतदान हो रहे हैं। मतदान खत्म होने के कुछ ही देर बाद तमाम टीवी चैनल्स और सर्वे एजेंसिया एग्जिट पोल के नतीजे जारी करेंगे। टाइम्स नाउ पर भी अब से थोड़ी देर बाद एग्जिट पोल के ताजा रुझान आने शुरू हो जाएंगे। हम आपको एक-एक अपडेट से रू-बरू कराते रहेंगे।
बता दें कि अनुच्छेद 370 हटने और जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा छिनने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हुए हैं। विधानसभा सीटों का पुनर्गठन करने के बाद अब रा्ज्य में कुल 90 विधानसभा सीटें हो गई हैं। बीजेपी को इस चुनाव से काफी उम्मीदें हैं। दूसरी तरफ एनसीपी और कांग्रेस को लगता है कि स्टेटहुड और अनुच्छेद 370 हटाए जाने के खिलाफ राज्यवासियों के मन में समाए गुस्से का उसे फायदा होगा। जम्मू-कश्मीर में कुल तीन चरणों में चुनाव हुए हैं। इस बार के चुनावों में तीनों चरणों में मिलाकर कुल 63.88 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया है, जो लोकसभा चुनावों के मत प्रतिशत 58.58 फीसदी से ज्यादा है।
इस बार विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने गठबंधन किया है, जबकि बीजेपी राज्य में अकेले चुनाव लड़ी है। महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी भी अकेले चुनाव लड़ रही है। बारामूला से निर्दलीय सांसद इंजीनियर राशिद शेख ने भी कई सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। इससे कुछ सीटों पर मुकाबला चतुष्कोणीय तो कई पर त्रिकोणीय हो गया है। यह एक बड़ा संयोग है कि इस बार राज्य में कहीं भी पुनर्मतदान की नौबत नहीं आई। न ही कहीं कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी और न ही आतंकी हिंसा की कोई बड़ी खबर आई।