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Cyber Froud Jump Technic: अब साइबर ठगों ने ठगी का एक नया तरीका अपनाया है, जिसे “Jump Technic”का नाम दिया गया है. यूपीआई का इस्तेमाल करने वाले लोगों को ठग इस तकनीक से अपना शिकार बना रहे हैं. जिसके माध्यम से साइबर फ्रॉड चंद मिनट…और पढ़ें
हरिकांत शर्मा/आगरा: आजकल साइबर ठगों ने ठगी का एक नया तरीका अपनाया है जिसे Jump Technic का नाम दिया गया है. इस नई तकनीक से यूपीआई का इस्तेमाल करने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. साइबर फ्रॉड चंद मिनट में आपका अकाउंट खाली कर सकते हैं. अगर आपको भी इनके चंगुल से बचाना है, तो इस खबर को ध्यान से पढ़ें.
क्या है Jump Technic?
इस स्कैम में ठग पहले आपके खाते में एक छोटी राशि जैसे 2000 रुपये ट्रांसफर करते हैं. यह राशि सच में आपके खाते में आती है और आपको इसका टेक्स्ट मैसेज या नोटिफिकेशन भी प्राप्त होता है. लेकिन असल खेल इसके बाद शुरू होता है. ठग ने तकनीकी रूप से ऑटोमैटिक अमाउंट निकालने का सिस्टम सेट किया होता है.जब आप बैलेंस चेक करने के लिए यूपीआई ऐप पर जाकर पिन डालते हैं, तो उसी समय आपके खाते से बड़ी राशि ठग के खाते में ट्रांसफर हो जाती है.
इस स्कैम से बचने का तरीका !
1. अगर आपके खाते में बिना उम्मीद के कोई राशि जमा होती है और वह किसी अनजान नंबर से आई हो, तो तुरंत सतर्क हो जाएं.
2. यूपीआई पर बैलेंस चेक करने से पहले एक बार जानबूझकर गलत पिन डालें.ऐसा करने से ठग द्वारा सेट किया गया ऑटोमैटिक withdrawal सिस्टम कैंसिल हो जाएगा.
3. अपने बैंक खाते और यूपीआई ऐप को सुरक्षित रखने के लिए कभी भी अनजान नंबर से आए संदेशों पर भरोसा न करें.
शिकार होने पर क्या करें?
अगर आप इस तरह की ठगी का शिकार हो जाते हैं तो तुरंत 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं. इस महत्वपूर्ण जानकारी को भारी आर्थिक नुकसान से बचा सकती है. इन मामलों में सतर्कता बेहद जरूरी है. जिस तरीके से हम डिजिटाइजेशन की तरफ बढ़ते जा रहे हैं फ्रॉड के नए-नए तरीके भी बढ़ रहे हैं. ऐसे में आगरा पुलिस के द्वारा लोगों को सलाह दी जाती है कि किसी भी अनजान ट्रांजैक्शन नंबर से सतर्क रहें.