Last Updated:
Pune Crime News: पुणे में 26 वर्षीय महिला के साथ बस में रेप के आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गाडे पहले भी अपराधों में शामिल रहा है. पुलिस और गांववालों की सतर्कता से उसे पकड़ा गया.

दत्तात्रेय गाडे की क्राइम कुंडली
हाइलाइट्स
- पुणे में 26 वर्षीय महिला से रेप के आरोपी गाडे गिरफ्तार.
- गाडे पहले भी कई अपराधों में शामिल रहा है.
- गांववालों और पुलिस की सतर्कता से गाडे पकड़ा गया.
पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में 26 वर्षीय महिला के साथ बस में रेप के आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 13 विशेष टीमें बनाई थीं और सूचना देने वाले को एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी. आरोपी को शिरूर तहसील के गुनात गांव से गिरफ्तार किया गया, जहां वह गन्ने के खेतों में छिपा हुआ.
मीडिया रिपोर्टस् के मुताबिक, ऐसा पहली बार नहीं हुआ. जब किसी मामले में गाडे का नाम आया है. बल्कि उसकी क्राइम कुंडली पहले से ही पुलिस के पास दर्ज है. NDTV के मुताबिक गाडे अक्सर बस स्टैंड पर घूमता रहता था और खुद को पुलिस वाला बताता था. कई बार वह सीधे लोगों से बातचीत करता, तो कभी किसी यात्री को डराने-धमकाने की कोशिश करता. वो फॉर्मल शर्ट, पैंट और जूते पहनता था, जिससे वह असली अफसर जैसा दिख सके.
ड्राइवर के भेष में लूटपाट, बुजुर्गों को भी नहीं छोड़ा
कुछ साल पहले इसने लोन पर एक चार पहिया वाहन खरीदा और पुणे से अहमदनगर तक यात्रियों को लाने-ले जाने का धंधा शुरू किया, लेकिन उसकी असली कमाई ड्राइवर के काम से नहीं, बल्कि लूटपाट से होती थी. पुलिस के मुताबिक, गाडे ने कई महिला यात्रियों को चाकू की नोक पर डराकर उनके सोने के आभूषण लूटे. पुलिस के मुताबिक, गाडे बुजुर्ग महिलाओं को लिफ्ट देने के बहाने अपनी गाड़ी या व्हीलचेयर में बिठाता और फिर उनसे लूटपाट करता. गाडे पर चोरी और लूटपाट के पहले से 6 मामले दर्ज थे.
70 घंटे तक पुलिस को चकमा देता रहा
कहानियों में तो आपने सुना होगा कि कोई विलेन पुलिस को चकमा देकर भागता फिरता है, लेकिन असल जिंदगी में भी कुछ लोग किसी फिल्मी खलनायक से कम नहीं होते. अब इस गाडे को ही देख लीजिए. पुणे के स्वारगेट बस स्टैंड पर जो घिनौनी हरकत इसने की, उसके बाद पुलिस से बचने के लिए ऐसा छुपा कि 70 घंटे तक पकड़ में नहीं आया. मगर ये तो हम बचपन से सुनते आए हैं कि कानून के हाथ लंबे होते हैं और आखिरकार पुलिस ने इसे धर दबोचा.
गन्ने के खेत में खेल, लेकिन पुलिस ने कर दिया ‘गेम ओवर’
मिली जानकारी के अनुसार, अपनी करतूत को अंजाम देने के बाद गाडे सीधा भागा शिरूर तालुका के गुणत गांव. वहां जाकर सोचा कि खेतों में छुपकर पुलिस से बच जाएगा, लेकिन गांववालों ने उसकी यह चालाकी कामयाब नहीं होने दी. पुलिस ने जब गांव में सर्च ऑपरेशन शुरू किया, तो गांववालों ने भी पूरा सहयोग दिया. ड्रोन उड़े, स्निफर डॉग्स आए, और देखते ही देखते पुलिस ने पूरा गांव छान मारा.
गाडे के इरादे भी गजब के थे. जब उसे समझ आया कि अब बचना मुश्किल है, तो उसने जहर पीकर जान देने की ठान ली. दो बोतल कीटनाशक लेकर बैठा था, मगर गांववालों की समझदारी और पुलिस की तेज़ निगरानी की वजह से उसे ऐसा करने का मौका ही नहीं मिला. गांववालों ने उसे बातचीत में उलझाए रखा और मौके का फायदा उठाकर पुलिस ने उसे दबोच लिया.
बदलते कपड़े और भागने की होशियारी, फिर भी बच नहीं पाया!
अब आप सोच रहे होंगे कि 70 घंटे तक यह पुलिस को कैसे चकमा देता रहा? तो बता दें कि पुलिस को चकमा देने के लिए उसने अलग-अलग बस स्टॉप पर घूम-घूमकर अपने कपड़े बदले, सफर के दौरान कई बार बसें बदलीं, ताकि कोई उसे पहचान न सके, लेकिन सीसीटीवी फुटेज नाम की चीज ने उसकी सारी होशियारी धो दी.
पुलिस ने उसकी मूवमेंट ट्रैक की, परिवारवालों से पूछताछ की और आखिरकार, उस खेत तक जा पहुंची जहां गाडे ने खुद को छुपा रखा था और फिर वही हुआ जो होना था—गाडे गिरफ्तार.
गांववालों की सतर्कता और पुलिस की फुर्ती
गांववालों की सूझबूझ और पुलिस की शानदार प्लानिंग की वजह से गाडे को जिंदा पकड़ा जा सका. गिरफ्तारी के वक्त उसके हाथ में “रोगर” नाम की जहरीली दवाई थी, जिससे वह खुद को खत्म करने वाला था, लेकिन पुलिस की समझदारी और गांववालों की मदद ने उसे ऐसा करने से रोक दिया. अब गाडे पुणे पुलिस की हिरासत में है और पूछताछ जारी है.
Pune,Maharashtra
February 28, 2025, 15:04 IST