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Ahmadabad News: गुजरात के शिक्षक हरिकिशन मकवाना ने कानूनी परेशानियों और व्यक्तिगत दुख से घिरकर अपनी मौत को दुर्घटना दिखाने के लिए तीन निर्दोष लोगों को जहर दिया ताकि परिवार को 25 लाख रुपये की इंशोरेंस पेमेंट मिल…और पढ़ें

गुजरात के एक टीचर ने की मौत की ये कैसी रिहर्सल
हाइलाइट्स
- शिक्षक ने बीमा के लिए तीन लोगों को जहर दिया.
- कानूनी परेशानियों से घिरकर मौत की योजना बनाई.
- पुलिस ने आरोपी को तीन हत्याओं के आरोप में गिरफ्तार किया.
अहमदाबाद. आपने देखा होगा कि कई लोग किसे बड़े कार्यक्रम से पहले कई बार रिहर्सल करते हैं ताकि मेन इवेंट के दौरान कोई गलती न हो. कुछ ऐसा ही गुजरात के एक स्कूल टीचर ने भी ऐसा ही किया. पर इस स्कूल टीचर ने ये रिहर्सल किसी इवेंट के लिए नहीं बल्कि अपनी मौत के लिए की. ताकि उसके मरने के बाद परिवार के लोगों को 25 लाख रुपये की इंशोरेंस पेमेंट हो सके. इस रिहर्सल के चक्कर में स्कूल टीचर ने एक दो की नहीं बल्कि तीन लोगों की जान भी ले ली.
बताया जा रहा है कि कानूनी परेशानियों और व्यक्तिगत दुख से घिरे नाडियाद के एक स्कूल शिक्षक हरिकिशन मकवाना ने खुद की जान लेने का प्लान बनाया, लेकिन उसे यह मौत एक दुर्घटना के रूप पर दिखाने के लिए एक खतरनाक प्लान बनाया. इसके लिए स्कूल 3 निर्दोष लोगों को जहर देकर अपनी मौत की रिहर्सल की. उसका मकसद था कि उसके मरने के बाद परिवार को 25 लाख रुपये का जीवन बीमा भुगतान हो सके जो आत्महत्या के मामले में नहीं मिलता है. टीचर की यह खतरनाक प्लानिंग तीन हफ्ते बाद उजागर हुई, जब पुलिस ने जहर का स्रोत पता लगाया.
स्कूल टीचर पर क्या था केस?
44 वर्षीय स्कूल टीचर मकवाना का नाम उगाही के एक मामले में आया था, हालांकि वह इसे झूठा मानता था. इसके अलावा, उसके पिता की मौत ने उसे और भी भावनात्मक रूप से तोड़ दिया था. आरोपी मकवाना ने अपने कानूनी केसों का कारण अपने तनाव को मान रहा था. कोई रास्ता नहीं मिलने पर मकवाना ने जान लेने का फैसला किया, लेकिन उसमें एक समस्या थी आत्महत्या, क्योंकि इसका मतलब था कि उसकी पत्नी और बच्चों को उसकी बीमा पॉलिसी से कुछ नहीं मिलेगा. अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए टीचर मकवाना ने अपनी मौत को एक दुर्घटना दिखाने के लिए जहर या हत्या के रूप में दिखाने की योजना बनाई.
कहां से मिला आइडिया?
तभी मकवाना को अहमदाबाद के सरखेज पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए एक तांत्रिक की मीडिया रिपोर्टों से प्रेरणा मिली, जिसने वित्तीय लाभ के लिए 12 लोगों को जहर दिया था. मकवाना ने 21 जनवरी को ऑनलाइन सोडियम नाइट्राइट मंगवाया और इसे खुद पर इस्तेमाल करने से पहले दूसरों पर परीक्षण करने की घिनौनी योजना बनाई. पुलिस ने कहा कि 9 फरवरी को उसने अपना पहला शिकार कानू चौहान को बनाया. जो सुनने और बोलने में अक्षम व्यक्ति था और मेलों में काम करता था. आरोपी मकवाना ने जीरा सोडा की एक बोतल में घातक रसायन मिलाया और 54 वर्षीय चौहान को पिलाया. चौहान ने बोतल से सोडा पीया और इसे अपने दोस्तों – दिहाड़ी मजदूर रविंद्र राठौड़ (49) और पानीपुरी विक्रेता योगेश कुशवाहा (40) के साथ शेयर किया.
कुछ ही मिनटों में तीनों गिर पड़े
इन मौतों ने पुलिस को हैरान कर दिया, जिन्होंने पहले मिलावटी शराब या देशी शराब के असफल प्रयोग का संदेह किया. लेकिन फोरेंसिक परीक्षणों ने सोडियम नाइट्राइट की पुष्टि की, जिससे जानबूझकर जहर देने की बात सामने आई. इसके बाद केस की जांच करने वाले अधिकारियों ने रसायन की खरीद का पता लगाया तो वह आरोपी टीचर मकवाना तक पहुंचीं. पुलिस ने जब आरोपी मकवाना से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना अपराध कबूल कर लिया कि उसने तीन लोगों को जहर दिया था ताकि वह अपनी दुर्घटना मौत की प्लानिंग कर सके.
खेड़ा पुलिस ने उसे तीन हत्याओं के आरोप में गिरफ्तार कर लिया, जिससे उसकी भयावह योजना का पर्दाफाश हुआ. जो एक परिवार के भविष्य को सुरक्षित करने की कोशिश के रूप में शुरू हुआ और वह खूनखराबे और जेल की कोठरी में समाप्त हुआ.
Ahmadabad,Gujarat
March 05, 2025, 11:19 IST