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Jalna Crime News: जलना वन विभाग ने छह आरोपियों को दुर्लभ खवले मांजर की तस्करी करते हुए तीन वाहनों के साथ पकड़ा. वन विभाग ने खुद ग्राहक बनकर जाल बिछाया और आरोपियों को हिरासत में लिया.

वन विभाग ने पेंगोलिन तस्करी को नाकाम किया
हाइलाइट्स
- जलना वन विभाग ने छह तस्करों को पकड़ा.
- तीन वाहनों के साथ दुर्लभ खवले मांजर बरामद.
- वन विभाग ने खुद ग्राहक बनकर जाल बिछाया.
जलना: खवले मांजर यानी Pangolin की तस्करी करने वाले छह आरोपियों को हिरासत में लेने में जलना वन विभाग के अधिकारियों को सफलता मिली है. यवतमाल जिले के वन क्षेत्र से खवले मांजर की तस्करी कर गुजरात में बेचने का आरोपियों का प्लान था, लेकिन वन विभाग को खबरी से जानकारी मिलते ही जाल बिछाकर वन विभाग ने संबंधित तस्करों को तीन वाहनों के साथ हिरासत में ले लिया है. खास बात यह है कि वन विभाग के अधिकारियों ने खुद ग्राहक बनकर खबरी से बातचीत की. जालना शहर के मंठा चौफुली इलाके में शुक्रवार रात यह कार्रवाई की गई.
छह आरोपियों और तीन वाहनों को हिरासत में ले लिया
बता दें कि खवले मांजर एक अत्यंत दुर्लभ प्राणी है और इसकी तस्करी बड़े पैमाने पर की जाती है. इन प्राणियों को वन्यजीव अधिवास से पकड़कर तस्कर देश-विदेश में बड़ी रकम में बेचते हैं. मंठा शहर से ये आरोपी जालना की ओर आ रहे थे, तभी वन विभाग के अधिकारी नागरगोजे और दौंड ने चालाकी से जाल बिछाकर छह आरोपियों और तीन वाहनों को हिरासत में ले लिया. इन आरोपियों को न्यायालय में पेश करने की प्रक्रिया वन विभाग द्वारा की जा रही है. इस बीच, इस गिरोह का अंतरराज्यीय गिरोह से संबंध होने की संभावना भी वन्यजीव संरक्षण अधिकारी सुदाम मुंडे ने व्यक्त की है.
वन्यजीव संरक्षण अधिकारी सुदाम मुंडे ने कहा कि गुप्त जानकारी के आधार पर जलना उत्तर क्षेत्र में श्रीजी होटल के सामने तीन वाहन एक खवले मांजर लेकर आ रहे थे, ऐसी जानकारी हमें मिली थी. इस जानकारी के आधार पर वन विभाग ने जाल बिछाया. इस कार्रवाई के दौरान एक खवले मांजर, तीन वाहन और छह आरोपियों को पकड़ा गया. वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है और उन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा. इसके बाद वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के अनुसार उनकी आगे की जांच की जाएगी. इस गिरोह का अंतरराष्ट्रीय संबंध होने की संभावना को भी नकारा नहीं जा सकता.
March 08, 2025, 23:10 IST