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Airport News: शरणजीत को क्या पता था कि उसकी ‘पहली चाहत’ सफर शुरू होने से पहले ही उससे रूठ जाएगी और यह सफर उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा धोखा बन जाएगा. इस धोखे से शरणजीत की जिंदगी को गहरे मंझधार में फंस गई है.

हाइलाइट्स
- सफर शुरू होने से पहले रूठ गई ‘पहली चाहत’.
- दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट का है मामला.
- पंजाब के होशियारपुर का युवक हुआ अरेस्ट.
Airport News: 16 फरवरी 2025 की सुबह, दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खड़े इस युवक की आंखों में एक अलग चमक नजर आ रही थी. आखिरकार, आज वह अपनी जिंदगी के सबसे हसीन सफर पर जाने वाला था. महज 20 साल की उम्र वाले इस लड़के का असल प्लान ग्रीस जाने का था, लेकिन उसने अपनी मंजिल पर पहुंचने के लिए रास्ता थोड़ा अलग चुना था. उसे दिल्ली से पहले मिस्र और फिर वहां से ग्रीस के लिए उड़ान भरनी थी. यह सफर उसकी जिंदगी का सबसे खास सफर था और वह इसे सफल बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार था.
लेकिन, उसे क्या पता था कि सफर शुरू होने से पहले ही उसकी ‘पहली चाहत’ उससे रूठ जाएगी और उसका सपना परवान चढ़ने से पहले ही टूट जाएगा. दरअसल, यह कहानी पंजाब के होशियारपुर जिले के राजपुर गांव का रहने वाले शरणजीत सिंह की है. शरणजीत की बचपन से एक ही चाहत थी कि उसे विदेश जाकर घर बसाना है. उसकी इस चाहत में उबाल उस वक्त आया, जब उसका करीबी एक दोस्त विदेश में जाकर बस गया. अब शरणजीत को भी किसी भी तरह से अपनी पहली चाहत पूरी करनी थी. लिहाजा, वह संजीव नामक उस शख्स के पास पहुंच गया.
यहां संजीव वह शख्स है, जो लोगों को विदेश भेजने का दम भरता है. संजीव ने शरणजीत से भी ग्रीस भेजने का वादा किया था, लेकिन इसके लिए 12.50 लाख रुपये की भारी रकम भी मांगी थी. शरणजीत ने संजीव की बात मानी और वह किसी तरह पैसे को जुटा लाया. उसने संजीव के कहे के अनुसार पहले 11.5 लाख रुपये एक एचडीएफसी अकाउंट में डाले और फिर 1 लाख रुपये और जमा कर दिए. संजीव ने शरणजीत के लिए ट्रैवल प्लान तैयार किया. उसे पहले उसे नेपाल भेजा गया, ताकि उसके पास ट्रैवल हिस्ट्री हो और किसी को कोई शक न हो.
इसके बाद, शरणजीत के लिए ग्रीस का वीजा और टिकट का इंतजाम किया गया. लेकिन दिल्ली एयरपोर्ट पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया. बाद में पता चला कि एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने ट्रैवल डॉक्यूमेंट की जांच के लिए जैसे ही उसका पासपोर्ट खोला, उनके हाथ एक नकली ग्रीस वीजा आ गया. इस वीजा को देखकर कोई भी यह कह सकता था कि यह असली है, लेकिन सच्चाई कुछ और ही थी. शरणजीत ने भारतीय इमिग्रेशन अधिकारियों को धोखा देने की कोशिश की थी, नतीजतन विदेश जाने की उसकी ‘पहली चाहत’ भी उससे रूठ गई.
इमिग्रेशन की शिकायत पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई. आगे की जांच के लिए मामला एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया गया. शरणजीत का यह सफर उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा धोखा बन गई. एक तरफ उसे विदेश में एक बेहतर जिंदगी का सपना था, और दूसरी तरफ वह खुद को अपराध के रास्ते पर ले आया था. अब पुलिस के पास उसकी पूरी कहानी थी और मामले की जांच शुरू हो गई है. शरणजीत ने जिस तरीके से अपने भविष्य को संवारने की कोशिश की थी, वह उसी कोशिश में अपने हाथों से अपनी जिंदगी को बर्बादी के जाल में फंसा बैठा है.
March 11, 2025, 12:20 IST