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Delhi Airport News: दिल्ली एयरपोर्ट ऑपरेटर डायल के दो अधिकारियों ने अमेरिका से आई ओसीआई महिला के साथ कुछ ऐसा किया कि उसका अपने ही देश में अपनों से भरोसा उठ गया. ओसीआई महिला की शिकायत पर पुलिस ने दोनों अफसरों क…और पढ़ें

हाइलाइट्स
- ओसीआई महिला की शिकायत के बाद हुई कार्रवाई.
- सीसीटीवी में कैद हो गई थी दोनों अफसरों की करतूत.
- एयरपोर्ट पुलिस ने डायल के दोनों अफसरों को किया गिरफ्तार.
Delhi Airport News: अपने ही दो अफसरों की करतूतों के चलते जीएमआर के अंतर्गत आने वाली दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) की होली बदरंग हो गई. दरअसल, विदेश से आई एक ओसीआई महिला के साथ डायल के दोनों अफसरों ने कुछ ऐसा किया, जिससे अपने ही देश में अपनों से भरोसा डगमगा गया. वहीं, इन दोनों अफसरों के बदनियत ने उनके भविष्य को अंधकार में ढकेल दिया है. पूरा मामला संज्ञान में आने के बाद आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने डायल के दोनों अफसरों को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, रोशन पटेल नामक एक ओसीआई (ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया) महिला अमेरिका से अपने वतन लौटीं थीं. आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री पर जब उन्होंने सामान पर निगाहें दौड़ाईं, तो दिल धड़क उठा, उनका एक ग्रीन कलर का आर्मी बैग वहां नहीं था. रोशन पटेल भागी-भागी एयरपोर्ट के एक अफसर के पास पहुंची और अपने लापता बैग के बारे में बताया. घंटों की बेचैनी, अनिश्चितता और भागदौड़ के बाद आखिरकार राहत की सांस मिली. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को उनका बैग लावारिस हालत में मिला था.
आंखों में तैरी अविश्वास की परछाइयां
जांच के बाद, इस बैग को डायल के ‘लॉस्ट एण्ड फाउंड’ डिपार्टमेंट में जमा करा दिया था. यह जानकारी मिलते ही रोशन भागी-भागी लॉस्ट एण्ड फाउंड ऑफिस में पहुंच गईं. लेकिन रोशन ने जब अपना बैग खोला तो उनकी आंखों में अविश्वास की परछाइयां तैर गईं, बैग के अंदर रखे 2,500 अमेरिकी डॉलर गायब थे. रोशन ने बिना देरी किए इस बाबत ई-एफआईआर दर्ज कराई और एयरपोर्ट से चली गईं. वहीं, ई-एफआईआर मिलते ही आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने एक टीम बनाकर मामले की जांच शुरू कर दी.
सीसीटीवी कैमरों ने उगल दी पूरी सच्चाई
सीसीटीवी खंगालने पर पता चला कि सीआईएसएफ के जवान ने जैसा बैग उठाया था, वैसे का वैसा लॉस्ट एण्ड फाउंट में जमा कर दिया. बैग उठाने से लेकर जमा कराने तक उसमें किसी ने किसी तरह की छेड़खानी नहीं की थी. अब पूरा शक लॉस्ट एण्ड फाउंड ऑफिस में मौजूद स्टाफ पर केंद्रित हो गया. इसके बाद, लॉस्ट एण्ड फाउंड ऑफिस की सीसीटीवी फुटेज खंगाली गईं. सीसीटीवी फुटेज में पुलिस को कुछ ऐसा मिल गया, जिसने पल भर में केस की गुत्थी को सुलझा कर रख लिया. सीसीटीवी फुटेज से मिले सबूत के आधार पर 38 वर्षीय गौरव से पूछताछ शुरू की गई.
सिस्टम से डिलीट कर दी थी सारी इंट्री
गौरव ने शुरूआत में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सब साक्ष्य उसके सामने रख दिए गए तो वह टूट गया और उसने पूरी साजिश का खुलासा कर दिया. उसके खुलासे के आधार पर पुलिस ने उसके दूसरे सहयोगी 59 वर्षीय प्रकाश चंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में दोनों ने बताया कि बैग में रखे डॉलर के देखकर उनके मन में लालच आ गया. उन्होंने पहले बैग से 2500 डॉलर निकाले और फिर सिस्टम से डॉलर की इंट्री को डिलीट कर दिया. बाद में, उन्होंने कनॉट प्लेस से डॉलर को रुपए में एक्सचेंज कराने के बाद बराबर-बराबर बांट लिया.
March 14, 2025, 08:23 IST